पिछले कुछ दिनों से कश्मीर में बैचेनी है। यह बेचैनी घाटी तक सीमित नहीं है। इसके दायरे में दिल्ली का राजनीतिक गलियारा भी है। पहले २८००० सैनिको की तैनाती और फिर शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा रोकने के फैसले के बाद से से कश्मीर में अफवाहों का बाज़ार गर्म हो गया
कश्मीर में स्तःनीय राजनैतिक डालो में 35A लगाने की आशंका व्यक्त की गयी वही राज्यपाल ने इन सब को अफवाह बताया और इसे रूटीन कार्यवाही बताया I वहीं देर रात पीडीपी की प्रमुख नेता महबूबा मुफ़्ती ने सभी विपक्षी दलों से बैठक की और कहा की इस्लाम में किसी के हाथ जोड़ना हराम है लेकिन में हाथ जोडती हूँ की सरकार कश्मीर में ऐसा न करे