गर्मी के चलते जब एसी भी फेल होते दिखें और सड़कों पर निकलना दूभर हो जाए तो क्या करेंगे? ऐसी परिस्थितियों में काम करना मुश्किल होगा। सोमवार को दिल्ली में कुछ ऐसे ही हालात थे, जून के महीने में पहली बार ऐसा हुआ जब पारा 48 डिग्री के पार पहुंच गया। दिल्ली में तापमान दो दशक के उच्चतम स्तर पर था। दिल्ली के साथ-साथ पूरा उत्तर भारत तप रहा है।
पालम इलाके में तापमान दिल्ली के इतिहास में सबसे अधिक गर्मी के रेकॉर्ड से महज .4 डिग्री सेल्सियस ही कम रह गया। यहीं पर 26 मई, 1998 को तापमान 48.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
सफदरजंग में भी तापमान झुलसाने वाला था और यह 45.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यही नहीं अन्य इलाकों में भी हालात बेहतर नहीं थे। रिज में तापमान 47.9 डिग्री सेल्सियस था, आयानगर में 47 डिग्री सेल्सियस था। इसके अलावा एनसीआर का गुड़गांव भी 46.8 डिग्री सेल्सियस तापमान में तप रहा था।
मौसम विभाग की माने तो मंगलवार रात को दिल्ली और आसपास के इलाकों में आंधी आ सकती है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘हवा की गति में इजाफे से तापमान में कुछ कमी आ सकती है। बुधवार को हल्की बारिश और धूल भरी आंधी चल सकती है। इसके बाद 16 जून तक राहत दिख सकती है।’