मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त ऐक्शन लेते हुए आयकर विभाग के 12 वरिष्ठ अधिकारियों की छुट्टी कर दी है। सूत्रों ने बताया है कि जिन अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है, उनमें से एक जॉइंट कमिश्नर रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं। इनमें से कुछ अफसरों पर रिश्वत, जबरन वसूली तो एक पर महिला अफसरों का यौन शोषण करने के गंभीर आरोप लगे थे।
इनमें आयकर विभाग के एक कमिश्नर भी हैं, जिनके खिलाफ CBI की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया था। उन्हें अक्टूबर 2009 में सेवा से निलंबित कर दिया गया था। उन पर आपराधिक मुकदमा लंबित था। अब सरकार ने इन्हें भी जबरन रिटायर कर दिया है।
एक अफसर के पास से 1.55 करोड़ रुपये की आय से अधिक संपत्ति का पता चला, जो उनके आय के ज्ञात स्रोतों से 133.71 फीसदी ज्यादा है। इन्होंने पैसे को ठिकाने लगाने के लिए हवाला चैनलों का भी इस्तेमाल किया। अब सरकार ने इन्हें भी जबरन रिटायर कर दिया है।