गौतम बुध नगर में तीनों विधानसभा की सीट बीजेपी ले गई थी । इसका मुख्य कारण गौतम बुध नगर में सिमटता ग्रामीण एरिया एवं बढ़ती शहरीकरण है । गांव के बड़े-बड़े भूमिपतियो एवं किसानों ने अपनी जमीनें प्राधिकरण को बेच दी है जहां पर बड़े-बड़े ग्रुप हाउसिंग सोसायटी बन गया है । इनके पास अरबों की संपत्ति तो है लेकिन पारंपरिक वोट कम हो रहे हैं ।ये सोसायटी कम टाउनशिप है । एक एक टाउनशिप में हजारों की संख्या फ्लैट बने हैं । कई टाउनशिप में वोटर की संख्या गांव से भी ज्यादा है ।भारत के विभिन्न प्रदेशों से लोग जॉब करने के लिए दिल्ली /एनसीआर में आए हैं और अपनी फ्लैट ग्रुप हाउसिंग सोसायटी में खरीदा है । इसलिए बढ़ते शहरीकरण में शहरी वोटर की संख्या तेजी से बढ़ रही है जबकि गांव के वोटर की संख्या सिकुड़ता जा रहा है ।
नोएडा प्राधिकरण भी अंधाधुन ग्रुप हाउसिंग सोसायटी में जनसंख्या घनत्व पर्सन पर हेक्टेयर (PPH)बढ़ाते जा रही है । ग्रुप हाउसिंग सोसायटी में ज्यादातर आईटी कंपनी से संबंधित है । जो वैश्वीकरण बाजार में विश्वास रखते हैं । यह आधुनिक सोच के हैं एवं आधुनिक जीवन शैली में इनका विश्वास है । बीजेपी इन सोसाइटी में काफी मेहनत कर रही है ।बीजेपी नेता (मंत्री सांसद विधायक )यहां के छोटे से छोटे कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं । सोसायटी के प्रोग्रामों में तन मन धन से सहयोग भी करते हैं ।जिस कारण से बड़ी संख्या में वोट बीजेपी को जाता है और यही अब जीत का कारण बन रहा है ।
इन सोसाइटी में महागठबंधन के नेताओं कम ध्यान दे रहे हैं । यहां उनकी उपस्थिति नगण्य है । इसलिए यहां उनको वोट कम जाता है जहां पर उन्हें विशेष मेहनत करनी पड़ेगी । ग्रुप हाउसिंग सोसायटी में जात पात या धर्म के आधार पर वोट कम पड़ता है । सारे लोग शिक्षित एवं अच्छे जगहो पर कार्यरत होते हैं । इसलिए वह नेताओं को परख कर के ही वोट करते हैं ।
गांव में वोट हर पार्टी को जाता है चाहे वह बीजेपी हो बीएसपी हो कांग्रेस हो या सपा हो । लेकिन ग्रुप हाउसिंग सोसायटी का वोट एकतरफा बीजेपी को जा रहा है यहीं पर बीजेपी लीड ले रही है और जीत का कारण बन रहा है ।
बसपा सपा और कांग्रेस यहां पर मात खा रही है । उनका सारा ध्यान ग्रामीण सेक्टरों में लगा रहता है । यहां पर बीजेपी भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराती है ।
ग्रुप हाउसिंग सोसायटी/ टाउनशिप में महागठबंधन के नेताओं को भरपूर मेहनत करनी होगी । सोसायटी के लोगों के सुख दुख में शामिल होना पड़ेगा यहां के लोगों का दिल एवं विश्वास जीतना होगा ।तभी यहां के वोट निर्णायक वोट महागठबंधन को जाएगा और उनकी जीत सुनिश्चित होगी । अन्यथा एक बार फिर से महागठबंधन को गौतम बुद्ध नगर में हार का सामना करना पड़ेगा ।
शैलेंद्र वर्णवाल की फेसबुक वाल से