आय से अधिक संपत्ति के मामले में सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर राजेश्वर सिंह यादव के नोएडा स्थित चार ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की। शुक्रवार सुबह से लेकर शाम तक छापेमारी चलती रही। इनकम टैक्स के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इसमें लगभग 200 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति का पता चला है। आयकर विभाग की टीम ने चीफ इंजीनियर के ठिकानों से नकदी, बैंक अकाउंट से लेकर कई अहम दस्तावेज जब्त किए हैं। छापेमारी के दौरान दादरी में एक टाइल्स बनाने की फैक्टरी का भी पता चला है।
नोएडा व गाजियाबाद के आयकर विभाग की टीम शुक्रवार सुबह चीफ इंजीनियर राजेश्वर सिंह यादव के सेक्टर-44, 51 व 61 के चार ठिकानों पर पहुंची। राजेश्वर सिंह यादव पूर्व की प्रदेश सरकार के कार्यकाल में लंबे समय तक नोएडा में तैनात थे। सरकार बदलने के बाद उनका यहां से तबादला कर दिया गया और उनकी अभी आगरा में तैनाती है।सुबह आठ बजे पहुंची टीमआयकर विभाग की नोएडा व गाजियाबाद की इनवेस्टिगेटिव टीम सुबह आठ बजे राजेश्वर सिंह यादव के घर सेक्टर-44 पल्स टावर पहुंची।
टीम ने यहां जे ब्लॉक स्थित फ्लैट में घुसते ही दरवाजे अंदर से बंद कर दिए। घर में मौजूद लोगों से पूछताछ की गई। इसके अलावा कई अहम दस्तावेज खंगाले गए। कुछ ही देर में आधा दर्जन अन्य अधिकारियों की टीम ने सेक्टर-44 के ओमेक्स कॉम्प्लेक्स पहुंची। यहां भी लोगों से पूछताछ के अलावा अहम दस्तावेज जब्त किए गए। स्कूल और फैक्टरी के जानकारी मिलीनोएडा के जिन ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की, वह सभी प्रापर्टी राजेश्वर सिंह यादव की हैं। इन फ्लैट की कीमत ही कई करोड़ों की है। ग्रेटर नोएडा में भी कुछ फ्लैट व भूखंड की जानकारी मिली है। दादरी में एक फैक्टरी भी मिली है। इस फैक्टरी में टाइल्स बनती है। मिली जानकारी के अनुसार सेक्टर-51 में चलने वाला एक स्कूल भी इंजीनियर की है। इस स्कूल में भी विभाग के अधिकारी पहुंचे और कागजात जब्त किए।