
शीला दीक्षित के जमाने में दिल्ली में हुए चार सौ करोड़ के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने में जुटे केजरीवाल पर अब कार्रवाई की तलवार लटक रही है। मंत्री कपिल मिश्रा की ओर से दोषियों को बचाने के आरोप लगाने पर एसीबी ने शिकंजा कस दिया है। कभी केजरीवाल टैंकर घोटाले में शीला को जेल भेजवाने की बात करते थे, मगर सत्ता पाते ही सुर बदल गए। अब कपिल मिश्रा के खुलासे के बाद एसीबी ने केजरीवाल के निजी सचिव को तलब किया है।
केजरीवाल सरकार ने स्टील के 385 पानी के टैंकरों की खरीद में अनियमितताओं को आरोपों की जांच के लिए जून 2015 को तथ्यान्वेशी समिति का गठन किया था। इसके बाद सरकार ने जून 2016 को तथ्यान्वेशी समिति की रिपोर्ट उपराज्यपाल नजीब जंग को भेज दी थी जिसके बाद इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी।