रामपुर। समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं, रामपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए आजम खान ने कहा कि अगर देश का बंटवारा नहीं हुआ होता और पाकिस्तान अलग नहीं हुआ होता तो मैं देश का प्रधानमंत्री होता। उन्होंने इससे पहले भी कई बार खुद को प्रधानमंत्री बनाने की इच्छा जाहिर की है, लेकिन रामपुर में में अपने गढ़ में जिस तरह से आजम खान ने कहा कि अगर पाकिस्तान अलग ना होता तो वह देश के प्रधानमंत्री होते, उसके बाद वह फिर से सुर्खियों में आ गए हैं।
आपको बता दें कि इससे पहले एख रैली को संबोधित करते हुए आजम खान ने कहा था कि दिल्ली में एक शख्स रावण दहन के लिए लखनऊ जाता है लेकिन वह यह भूल जाता है कि असली रावण दिल्ली में ही रहता है। आजम खान ने अपरोक्ष रुप से प्रधानमंत्री मोदी की रावण से तुलना करते हुए कहा कि असली रावण दिल्ली में ही रहता है। इस दौरान उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री अमीरों के हित के लिए काम करते हैं। गौरतलब है कि इस बार चुनावी मैदान में आजम खान के साथ उनके बेटा अब्दुल्लाह भी चुनावी मैदान में है, समाजवादी पार्टी ने अब्दुल्लाह को रामपुर की स्वार सीट से टिकट दिया है। लेकिन अब्दुल्लाह के चुनावी मैदान में आने के बाद से ही उनकी उम्र को लेकर विवाद शुरु हो गया है। बसपा ने अब्दुल्लाह को 25 वर्ष से कम उम्र का करार देते हुए उनकी उम्र की जांच की मांग की है। बसपा का कहना है कि अब्दुल्लाह की उम्र 25 वर्ष से कम है और चुनाव लड़ने के लिए कम से कम उम्र 25 वर्ष होनी चाहिए। रामपुर के नवाब काजिम अली खान उर्फ नवेद मिया ने इस बाबत चुनाव आयोग से शिकायत भी की थी कि अब्दुल्लाह के दस्तावेजों की जांच कराई जाए।