118 दिनों से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के गेट पर बैठे किसान आंदोलन के रणनीतिकारों के लिए 12 सितंबर का दिन बड़ा झटका लेकर आया है । 12 सितंबर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के दोनों गेटों को बंद करने की बड़ी रणनीति के तहत किसान नेताओं ने घोषणा की थी किंतु किसी ने भी घोषणा करते हुए यह नहीं सोचा कि 12 सितंबर को गुरु द्रोणाचार्य जयंती के चलते सार्वजनिक अवकाश रहेगा । ऐसे में बड़ा प्रश्न आज यह खड़ा हो गया है की जब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पहले से ही आज बंद है तो उसके दोनों गेटों को बंद करने के आंदोलन की रूपरेखा किसने और क्यों बनाई ? क्या यह प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ मिलकर एक नूरा कुश्ती दिखाने की कोशिश मात्र है या फिर किस आंदोलन की रणनीतिकारों की एक बहुत बड़ी चूक है ।
इससे पहले सोमवार को राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जैन चौधरी किसानों के बीच पहुंचे और उन्होंने कहा कि जहां पर भी किसानों के हक की बात आई है वहां राष्ट्रीय लोक दल लेने लड़ाई लड़ी है पार्टी हमेशा किसानों की आवाज उठाती रही है ग्रेटर नोएडा के आंदोलनकारी किसानों की गिरफ्तारी पर भी सबसे पहले आरएलडी ने ही आवाज उठाई थी ।