
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के पहले चरण की वोटिंग में महज दो दिन बाकी रह गए हैं, ऐसे में राजनीतिक दलों और उनके समर्थकों के विवादित बोल लगातार चर्चा में बने हुए हैं. इसी क्रम में अखिल भारतीय हिन्दू महासभा की संत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने विवादित बयान दे दिया है.
ग्रेटर नोएडा में चक्रपाणि महाराज ने मायावती को राजनीति के संत की उपाधि दे डाली और प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी को नेता कम अभिनेता करार दिया. यही नहीं चक्रपाणि ने विधानसभा चुनावों के लिए संत सभा की तरफ से बसपा को पूर्ण समर्थन देने का ऐलान किया.
चक्रपाणि ने कहा कि मायावती का समाज के प्रति त्याग समर्पण है. वह सिर्फ एक जाति की नहीं सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय के लिए काम करती हैं. वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी ने देश के लोगों को अपने लच्छेदार भाषण से सिर्फ बेवकूफ बनाया. विकास की जगह नोटबंदी कर सबका विनाश कर दिया.
उन्होंने भाजपा को हिंदुओं और सनातन धर्म के लिए खतरा बताते हुए कहा कि आज भारत विश्व का सबसे बड़ा मांस निर्यातक देश हो गया है. भाजपा की जहां—जहां सरकार है, वहां न सिर्फ संतों के साथ अन्याया किया जाता है, बल्कि आश्रमों पर अवैध कब्जे के साथ प्राचीन मंदिरों को तोड़ा जाता है. राजस्थान इसका ताजा उदाहरण है.