लाल किले पर सलामी से पहले हर जगह तिरंगा

देश रविवार को अपना 70वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है, लेकिन दिल्ली की सड़कों, बाजारों, कालोनियों, सार्वजनिक परिवहनों और निजी वाहनों पर शनिवार से ही तिरंगे लहराने लगे। कई शोरूम और दुकानों पर तिरंगे के रंगों वाले गुब्बारे और पर्दे भी लगाए गए। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्लीवासियों ने जगह-जगह तिरंगा फहराया। कुछ दुकानों पर तिरंगे के तस्वीर वाली टी-शर्ट बिकी और किसी ने तिरंगी घड़ियां बेचीं। पुरानी दिल्ली के लाल कुआं में पतंगों के थोक बाजार में तिरंगी पतंगों की रिकार्ड बिक्री हुई। वहीं कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर के पास दुकानदारों ने तिरंगी चूड़ियां भी बेचीं।
दिल्ली में शनिवार को कई जगहों पर लोगों ने अपने-अपने तरीके से स्वतंत्रता दिवस मनाने की शुरुआत की। इसमें दिल्ली के विक्रेता भी पीछे नहीं रहे। राजधानी के विभिन्न बाजारों में दुकानदारों ने अपनी दुकानों के बाहर तिरंगा लगाया। कई दुकानदारों ने अपने शोरूम में तिरंगी चादरें लगार्इं। चांदनी चौक के घड़ी विक्रेता विशाल के मुताबिक, उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर खास तरह की तिरंगी गोल घड़ियां बनवाई हैं। उन्होंने बताया कि लोगों ने काफी उत्साह से वे घड़ियां खरीदीं भी। इसी तरह से जनपथ के एक व्यापारी विनोद शर्मा ने लोगों के लिए तिरंगे वाली टी-शर्ट बनवाई।
उन्होंने बताया कि सफेद रंग की टी-शर्ट के बीच तिरंगा बना है और उस पर लिखा है कि मुझे भारतीय होने पर गर्व है। इसी तरह से करोल बाग के पास शादीपुर मार्केट में तिरंगे कप और मग्गे भी खूब बिके। एक मग्गे की कीमत 40 रुपए से लेकर 80 रुपए है। कई लोगों ने तिरंगे चाबी के छल्ले भी अपने करीबियों में बांटने के लिए बनवाए। दिल्ली की कई कालोनियों और बाजारों में लोगों ने पेड़ों के चारों ओर तिरंगी चादरें लपेटीं। खादी भवन में भी स्वतंत्रता दिवस को लेकर सजावट को लेकर और खादी के सामान को लेकर खास तैयारियां की गई हैं। यहां खादी का तिरंगा, तिरंगी कलाई पट्टी और कमीज पर लगाए जाने वाले छोटे झंडों को बिक्री के लिए रखा गया।खादी आयोग की ओर से इस मौके के लिए एक खास तरह की तिरंगी ड्रेस भी तैयार की गई है। यह ड्रेस इस तरह की है कि इसे किसी भी मौके पर पहना जा सकता है। आयोग एक खास तरह का चरखा भी तैयार कर रहा है, जिसे कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में रखा जाएगा। दिल्ली में 15 अगस्त की सुबह से ही आसमान पर तिरंगी पतंगें उड़ती दिखाई देंगी। ये पतंगें भी कई तरह के आकार में बनी हैं। कल जिस वक्त प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस का भाषण दे रहें होंगे, उसी समय पूरी दिल्ली का आसमान तिरंगी पतंगों से गुलजार होगा।