कोर्ट फॉर अर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) ने भारतीय पहलवान नरसिंह यादव को डोपिंग मामले में चार साल के लिए प्रतिबिंधित कर दिया है. अपने बेटे को खेलने से प्रतिबंधित किए जाने के बाद उनके पिता पंचम यादव भूख हड़ताल पर बैठ गए है.
प्रदेश18 से एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान नरसिंह के पिता पंचम यादव ने कहा कि मेरे बेटे को साजिश के तहत फंसाया गया है. यह मेरे पूरे परिवार सहित देश के लिए लिए काफी तकलीफ की बात है. जब नाडा ने मेरे बेटे को क्लीनचिट दे दी उसके बाद वाडा का मेरे बेटे को ओलंपिक खेलने से रोकना गलत है.
प्रधानमंत्री से गुहार लगाते हुए नरसिंह के पिता ने कहा कि जिस तरह मोदी जी ने मेरे बेटे को नाडा से क्लीन चिट दिलवा दी उसी तरह वो वाडा के अधिकारियों से बात करें. जिससे कि वो आज शाम 6 बजे से रियो ओलंपिक में शुरु होने वाले अपने मैच में हिस्सा ले सके.
जब उनसे पूछा गया कि आपको क्या लगता है कि इस सबके पीछे किसका हाथ है? क्या आप इस सबके लिए सुशील कुमार को जिम्मेदार मानते हैं.
तो नरसिंह के पिता ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं किसी का नाम नहीं लूंगा लेकिन मेरे बेटे के खाने में जरूर किसी ने कुछ मिलाया था. साथ ही उन्होंने कहा कि वो किसी तरह की प्रतिबंधित दवा का सेवन नहीं करता है. ये तो सरासर किसी की साजिश लगती है.
नरसिंह यादव के पिता ने कहा कि मेरे बेटे से अन्याय हो रहा है. मैं प्रधानमंत्री मोदी से कहना चाहता हूं कि वो वाडा के अधिकारियों से बात करें और मेरे बेटे को न्याय दिलाएं. जैसे उन्होंने नाडा में मेरे बेटे को पास करा दिया वैसे ही यहां भी पास करवाएं.
नाडा (नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी) ने एक अगस्त को पहलवान नरसिंह यादव को क्लीन चिट दे दी थी.
नाडा ने माना की नरसिंह को साजिश के तहत फंसाया गया है. नरसिंह की सभी दलीलों को नाडा ने मान लिया था. नाडा ने कहा कि नरसिंह ने अपनी मर्जी से ड्रग्स नहीं लिया है. जांच पैनल ने कहा था कि नरसिंह के खाने के साथ मिलावट की गई थी.
नरसिंह यादव डोपिंग के दो टेस्ट में फेल हो गये थे. बता दें कि नरसिंह 25 जून और 5 जुलाई को हुए डोप टेस्ट फेल हो गए थे. 24 जुलाई को मामले का खुलासा होने के बाद उसके बाद ये विवाद बढ़ा.