कश्मीर पर PM नरेंद्र मोदी ने जताई गहरी पीड़ा, गड़बड़ी में जान गंवाने वाले भी हमारे ही अंग
हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से कश्मीर में जारी अशांति के बीच सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में आए डेलीगेशन के साथ मुलाकात की। उन्होंने कश्मीर की स्थिति पर गहरी चिंता और गंभीर पीड़ा व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने कहा कि तनाव के समय के जिन लोगों ने जान गंवाई है वो हमारे देश का हिस्सा हैं। इस समस्या से निपटने के लिए सविंधान के दायरे में रहकर स्थायी समाधान निकालना होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी नेताओं से कहा कि जम्मू-कश्मीर हिंसा में जिन नौजवानों, सुरक्षा कर्मियों या पुलिस वालों की जान गई है, वो हमे परेशान करता है। हाल की गड़बड़ी में जान गंवाने वाले हमारे ही अंग हैं तथा हमारे युवाओं, सुरक्षा बलों अथवा पुलिस, भले ही किसी की भी जान जाये यह हमारे लिए परेशान करने वाली बात है। डेलिगेशन ने 8 जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में हुई हिंसा और राज्य की जमीनी हालात के बारे में पीएम मोदी को बताया। सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसा में 70 के करीब लोग मारे गए हैं।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी से बातचीत के बाद बताया कि मीटिंग अच्छी रही और प्रधानमंत्री ने डेलीगेशन दल के सभी सुझावों को स्वीकार किया है। डेलीगेशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से घाटी में प्रदशर्नकारियों पर पैलेट गन इस्तेमाल किए जाने पर रोक लगाने को कहा है। साथ ही कश्मीर के हित में सभी स्टेक होल्डर्स से जल्द से जल्द बातचीत करने को कहा है। घाटी में सोमवार को 45वें दिन भी जनजीवन प्रभावित रहा।