सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के इतिहास में पहली बार एक कर्मचारी को उसकी ईमानदारी के लिए ऑउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया। इस कर्मचारी का नाम सुभाष चंदर है और वह कंपनी की सिक्योरिटी विंग में तैनात है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार एयर इंडिया ने बताया कि सुभाष ने कई बार विमान में छूट गए यात्रियों के कीमती सामान और पैसों को लौटाया है। 13 जून को हांगकांग से आई एक फ्लाइट की जब सुभाष जांच कर रहे थे तो उन्हें एक पाउच मिला। इसमें पांच लाख रुपये की विदेशी मुद्रा थी, इस रकम को बाद में यात्री को लौटा दिया गया। इससे पहले 25 अगस्त 2003 को सऊदी अरब से भोपाल आए एक यात्री के सोने के गहने फ्लाइट में छूट गए थे। इन्हें भी चंदर ने लौटा दिया था।
एयर इंडिया के एक अधिकारी के अनुसार, ”ऐसे कई मौके हैं जब चंदर ने यात्रियों के कीमती सामान को वापस लौटाया है। इन सभी मामलों में यात्रियों को अपने सामान के बारे में पता नहीं था। बाद में जब उन्हें सामान वापस किया जाता तो उन्हें पता चलता। 15 अगस्त को पिपिंग सेरेमनी के दौरान कंपनी के एक्जीक्यूटिव डाइरेक्टर(सिक्योरिटी) आलोक सिंह ने चंदर को ऑफिसर रैंक(सिक्योरिटी) दी। एयर इंडिया के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब एक कर्मचारी को ईमानदारी के लिए ऑउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया।” चंदर का प्रमोशन करने का फैसला एयर इंडिया के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अश्विनी लोहानी ने किया था।