ऑकलैंड। आपकी नजर में खेलों की दुनिया में सबसे मुश्किल काम क्या हैं? ब्राजील या इंग्लैंड की फुटबॉल टीमों का मैनेजर बनना या मौजूदा परिदृश्य में इंग्लैंड क्रिकेट टीम की कोचिंग करना।
यदि आप मिस्बाह उल हक से यह सवाल करो तो उनका जवाब होता है पाकिस्तानी टीम की कप्तानी करना। पिछले पांच वर्ष से टेस्ट टीम की अगुआई कर रहे मिस्बाह की वन-डे में स्थिति यह है कि यदि वे रन बनाते हैं तो टीम हार जाती है तो तब भी उनकी आलोचना होती है और यदि वे रन नहीं बनाते हैं और टीम जीत जाती है तब भी वे आलोचकों के निशाने पर होते हैं।
मिस्बाह ने कहा खेलों की दुनिया में यह पांच सबसे मुश्किल कामों में से एक हैं। आपसे बहुत उम्मीद की जाती है और जब आप इन्हें पूरी नहीं कर पाते तो आपकी कड़ी आलोचना होती है।
कई बार तो यह अनावश्यक होती है। उन्होंने कहा हर अगले दिन आप निशाने पर होते हो और इसका टीम पर नकारात्मक प्रभाव प़़डता है। खिलाड़ी आहत होते हैं। उनका परिजन आहत होते हैं और टीम की एकाग्रता भंग होती है।