महात्मा गांधी थे अंग्रेजों के एजेंट, देश का नुकसान हुआ’ -मार्कंडेय काटजू

प्रेस काउंसिल के पूर्व के चेयरमैन मार्कंडेय काटजू एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। इस बार उन्होंने महात्मा गांधी को लेकर एक ब्लॉग लिखा है। जिसमें उन्होंने गांधी को अंग्रेजों का एजेंट करार दिया है।
‘गांधी- ए ब्रिटिश एजेंट’ में काटजू ने लिखा है कि गांधी अंग्रेजों की नीति पर काम करते थे। जिसके चलते भारत को काफी नुकसान पहुंचा है।
काटजू ने अपनी बात को साबित करने के लिए ब्लॉग में कई वजहें भी गिनाई हैं। उन्होंने लिखा है कि गांधी अंग्रेजों के ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति पर काम करते थे।मार्कंडेय काटजू ने अपने तर्क में कहा है कि महात्मा गांधी के वक्तव्यों और समाचार पत्रों में लिखे उनके लेख से ऐसा लगता है जैसे उनका झुकाव हिंदुओं के प्रति ज्यादा था।
गांधी के विचार पर गौर करें तो वे राम राज्य, गो रक्षा, ब्रह्मचर्य, वर्णाश्रण धर्म जैसे मुद्दे उठाते थे। गांधी की सभाओं में अक्सर हिंदू भजन रघुपति राघव राजा राम के बोल सुनाई देते थे। इससे मुस्लिमों की भावनाएं जरूर आहत होती थी।
काटजू ने गांधी के सत्याग्रह आंदोलन पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने लिखा है कि गांधी ने जानबूझ कर ये आंदोलन छेड़ा जिससे क्रांतिकारी आंदोलन को पीछे छोड़ा जा सके। ऐसा करने के पीछे भी अंग्रेजों का फायदा छिपा हुआ था।ऐसा नहीं है कि काटजू पहली बार विवादों में आए हों। इससे पहले भी उन्होंने कई विवादित बयान दिए हैं।
हाल ही सम्पन्न हुए दिल्ली चुनाव के दौरान काटजू ने आम आदमी पार्टी से भाजपा में गई शाजिया इल्मी पर टिप्पणी की थी।
काटजू ने उस समय ट्वीट में कहा था कि शाजिया इल्मी किरन बेदी की तुलना में काफी खूबसूरत हैं। अगर बीजेपी शाजिया इल्मी को सीएम कैंडिडेट बनाती, तो उसकी जीत पक्की थी।