नैस्कॉम (सॉफ्टवेयर और सेवा कंपनियों के राष्ट्रीय संघ) के सिलवर जुबली कार्यक्रम में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तकनीकी अहमियत पर बात की। उन्होंने यहां पर कहा कि बेहतर तकनीक के जरिए पारदर्शिता लाई जा सकती है।
मोदी ने यहां पर बताया कि आईटी ने देश और दुनिया को काफी बदला है। उन्होंने बताया कि तकनीक की मदद से ही करीब 12 करोड़ लोगों को सब्सिडी दी गई है। इतना ही नहीं कोयला नीलामी में भी तकनीक का उम्दा इस्तेमाल किया गया है।
प्रधानमंत्री ने यहां पर आई-वेज की महत्ता पर फिर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जब हम डिजिटल इंडिया की बात करते हैं तो आई-वेज काफी अहम हो जाता है और इसके बिना प्रगति अधूरी है। मोदी ने कहा कि आईटी ने तरीके बदल दिए हैं और इसीलिए दुनिया भारत की तरफ देख रही है।
उन्होंने कहा कि आईटी के भीतर शॉपिंग और बैंकिंग सब कुछ आ जाता है। 18 साल से नीचे के लोग भी इसका इस्तेमाल करते हैं और इसका सिर्फ एक ही गुरु है गूगल गुरु। मोदी ने यहां पर कहा कि क्या हम आईटी की मदद से देश के पर्यटन क्षेत्र को एक बड़े बाजार में तब्दील नहीं कर सकते हैं।
मोदी ने कहा कि मोबाइल गवर्नेंस को भी विकसित किए जाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि हमारा आईटी उतना बेहतर नहीं कर पाया क्योंकि इसमें सरकार की भागेदारी नहीं थी, लेकिन अब हम उम्मीद जताते है कि इसमें और बेहतर किया जाएगा।
देश के आईटी सेक्टर की सराहना करते हुए मोदी ने कहा कि आप बेहतर काम कर रहे हैं इसलिए हम और बेहतर चीजों की उम्मीद क्यों नहीं कर सकते? उन्होंने कहा कि हमें हैरानी नहीं होती कि गूगल को भारत में क्यों नहीं खोजा गया होगा?
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया साइबर सुरक्षा की समस्या से जूझ रही है क्या हम इससे निजात पाने के लिए कोई युक्ति नहीं खोज सकते हैं। मोदी ने कहा कि उनका निजी तौर पर मानना है कि तकनीक के जरिए भ्रष्टाचार से अच्छे तरीके से लड़ा जा सकता है।