मुलायम ने अखिलेश का करियर डुबो दियाः जव्वाद

शिया वक्फ बोर्ड को लेकर प्रदेश सरकार से नाराज चल रहे ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना कल्बे जव्वाद ने सपा सुप्रीमो पर हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव का करियर डुबो दिया है। युवा मुख्यमंत्री इतने दबाव में काम करते हैं कि वे निर्णय नहीं ले पाते। उन्होंने कहा कि कोई किसी की सुनवाई क्यों करे जब मुख्यमंत्री की ही सुनवाई नहीं होती।
मौलाना ने राजधानी में दिए अपने बयान में कहा कि सपा सरकार ने शिया समुदाय को कुचलने और बर्बाद करने का जैसा प्रयास किया है, वैसा किसी सरकार ने नहीं किया।हुकूमत की नाइंसाफी से सपा का इस बार सफाया हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मुलायम ने युवा मुख्यमंत्री के पीछे जोकरों की फौज छोड़ी है।
वसीम को छोड़, साफ छवि वाले को चुनें चेयरमैन
मौलाना ने सरकार से अपील की कि वह बहाल हुए वक्फ बोर्ड में वसीम रिजवी के अलावा किसी अन्य साफ छवि वाले सदस्य को चेयरमैन चुनें। ताकि भूमाफिया राज खत्म हो सके।
उन्होंने कहा कि शिया व सुन्नी दोनों समुदाय के उलमा व नेता सरकार से मिलने वाले रुतबे और दौलत का नाजायज फायदा उठा रहे हैं और वक्फ को बर्बाद कर रहे हैं।
मौलाना ने कहा कि उन्होंने कभी शिया वक्फ बोर्ड को भंग करने की मांग नहीं की थी। उन्होंने बताया कि दरगाह हजरत अब्बास में सात दिसंबर को रात को होने वाले जलसे में आगे की रणनीति तय की जाएगी।शिया वक्फ बोर्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उलमा ए हिन्द के महासचिव मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी ने प्रदेश सरकार से नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार की साजिश से एक बार फिर शिया वक्फ बोर्ड भू-माफिया के चंगुल में फंस गया है।
उन्होंने अफसोस जताया कि मौजूदा वक्त में वक्फ व ट्रस्ट की संपत्तियों को लगातार बरबाद किया जा रहा है। उन्होंने शिया व सुन्नी बुजुर्ग उलमा से अपील की है कि वे आगे आएं।
सिब्तैनाबाद इमामबाड़ा परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मौलाना जव्वाद ने कहा कि हाईकोर्ट तक सरकार की ओर से पैरवी किए जाने से पूर्व चेयरमैन को हार का समाना करना पड़ा लेकिन सुप्रीम कोर्ट में सरकार ने पैरवी तक नहीं की जिससे एक पक्षीय फैसला सुना दिया गया।
मौलाना ने कहा कि वे पहले भी बोर्ड भंग करने के पक्ष में नहीं थे। बोर्ड बहाल हुआ इसका भी उन्हें अफसोस नहीं है लेकिन उनका विरोध सिर्फ वक्फ बोर्ड से वक्फ भू-माफियाओं के चंगुल से आजाद कराना था। यह सरकार होने नहीं दे रही है। मौलाना ने कहा कि हुसैनाबाद ट्रस्ट कर्मचारी हर तरफ की जमीनों को बेच कर माल पैदा कर रहे हैं।