आप के बाद अब अन्ना का दामन थामेंगे योगेंद्र

भूमि अधिग्रहण कानून के खिलाफ समाजसेवी अन्ना हजारे की पदयात्रा इस महीने के आखिर में शुरू हो जाएगी। 23 मार्च को पंजाब स्थित शहीद भगत सिंह स्मारक का दर्शन करने के बाद 25 या 30 मार्च को अन्ना हजारे महाराष्ट्र के वर्धा स्थित सेवाग्राम में महात्मा गांधी आश्रम बापू कुटी से दिल्ली कूच करेंगे। इस दौरान आप नेता योगेन्द्र यादव भी अन्ना के साथ रह सकते हैं।
फिलहाल, अन्ना वर्धा में किसान संगठनों के साथ पदयात्रा का कार्यक्रम तय करने में जुटे हुए हैं। अन्ना हजारे के सहयोगी अनिल शर्मा ने ‘अमर उजाला’ को बताया कि भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ आंदोलन की पूरी रूपरेखा बुधवार तक तय हो जाएगी।
पदयात्रा की तारीख से लेकर अन्ना हजारे कहां जनसभा करेंगे और कहां रात्रि विश्राम होगा, यह कार्यक्रम निश्चित हो रहा है। अन्ना वर्धा से दिल्ली तक करीब एक महीने की पदयात्रा करेंगे।करीब 2100 किलोमीटर लंबी पदयात्रा भाजपा शासित राज्य महाराष्ट्र से शुरू होकर गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा के अलावा उत्तर प्रदेश सहित सात राज्यों से होकर गुजरेगी और 27 अप्रैल को दिल्ली पहुंचेगी। इस पदयात्रा में पोस्टर, पथनाट्य आदि के माध्यम से किसानों को भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ जागृत किया जाएगा।
उधर, सोमवार को वर्धा में अन्ना हजारे ने कहा कि इस पदयात्रा में एक माह से अधिक समय लग सकता है। दिल्ली के रामलीला मैदान में पदयात्रा का समापन होगा। वहां मंच पर किसी भी दल के नेता को बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस पदयात्रा में हिंसा की इजाजत किसी भी कीमत पर नहीं दी जाएगी। ऐसा होने पर पदयात्रा रद्द कर दी जाएगी।
अन्ना की शरण में योगेंद्र यादव
आम आदमी पार्टी के थिंक टैंक माने जाने वाले योगेंद्र यादव आप की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) से निकालने जाने के बाद फिर अन्ना की शरण में पहुंच गए हैं। सोमवार को यादव ने वर्धा में अन्ना के साथ बैठक में हिस्सा लिया। समझा जा रहा है कि वह अन्ना के इस आंदोलन का हिस्सा बनेंगे।