बरेली, सामरिक दृष्टि से बेहद अहम एयरफोर्स के त्रिशूल एयरबेस की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। यह खतरा एयरबेस के करीब बनाए जा रहे धर्मस्थलों और डेयरी से है। एयरफोर्स की अभिसूचना इकाई ने अपनी सूचनाओं से प्रशासन को अवगत कराते हुए निगरानी को कहा है।
पश्चिमी यूपी में इंडियन मुजाहिद्दीन की सक्रियता और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के मूवमेंट को लेकर बीते दिनों यहां हुई समीक्षा बैठक में यह मामला प्रमुखता से गूंजा। बैठक में सभी प्रमुख स्थलों की सुरक्षा की समीक्षा हुई। जब त्रिशूल एयरबेस की बारी आई तो एयरफोर्स की अभिसूचना इकाई ने कई खुलासे किए। बताया कि बेस के करीब धर्मस्थल का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही एक डेयरी भी अतिक्रमण कर बनाई गई है, जहां संदिग्ध लोगों का आना-जाना बढ़ गया है। वहीं धार्मिक आयोजनों के दौरान जुलूस आदि निकलने पर भी सुरक्षा को खतरा महसूस हो रहा है।
एयरफोर्स की चिंता को देखते हुए बैठक में तय हुआ कि मामले की जांच एडीएम सिटी करेंगे। अगर धर्मस्थल व डेयरी का निर्माण निर्धारित सीमा से अधिक मिला तो जिला प्रशासन कार्रवाई करेगा। साथ ही जिला प्रशासन ने अलर्ट भी जारी कर दिया।
प्राइवेट ठेकेदारों का रिकार्ड तलब
जिला प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से एयरफोर्स यूनिट में काम करने वाले प्राइवेट ठेकेदारों का पूरा ब्योरा मांगा है। कहा गया है कि सभी के नाम और पूरे पते, फोटो के साथ रिपोर्ट प्रशासन को उपलब्ध कराई जाए ताकि उनकी पृष्ठिभूमि के बारे में पता लगाया जा सके।
इनका कहना है
जिला प्रशासन के निर्देश पर धर्मस्थल और डेयरी पर खुफिया चौकसी तेज कर दी गई है। एलआइयू और एयरफोर्स की अभिसूचना टीम मिलकर काम कर रही है।
– एनके चतुर्वेदी, पुलिस उपाधीक्षक, एलआइयू
सुरक्षा को लेकर हर प्रकार की सजगता बरती जा रही है। जिला प्रशासन की खुफिया टीमें चौकन्ना हैं।
– आलोक कुमार, एडीएम सिटी