वाराणसी। बिहार के मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान पर निशाना साधा और चुनौती भी दी। कहा कि केवल झाड़ू लेकर फोटो खिंचवाने से कुछ नहीं होगा। मुंह में राम-बगल में छुरी नहीं चलेगी, पहले मन की सफाई होनी चाहिए। मैंने हाल में ही आदिवासियों के साथ घोंघा मछली खाई थी, नीयत साफ है तो मोदी भी आदिवासियों के साथ बैठें और खाकर दिखाएं तभी उन्हें धन्यवाद दिया जा सकता है।
बुधवार को कबीरचौरा मठ मूलगादी में कबीरदास की हाइटेक झोपड़ी का शिलान्यास करने के बाद जीतनराम मांझी मीडिया से मुखातिब थे। नरेंद्र मोदी की जनसभाओं में उमड़ती भीड़ के संबंध में उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र के साइड इफेक्ट भी हैं। हालांकि यह काफी परिपक्व हो चली है लेकिन कभी-कभी जनता भ्रमित होकर भी फैसले ले लेती है।
भुलावा और झूठे आश्वासन से वोट लिए जा रहे हैं। हर खेत को पानी और हर हाथ को नौकरी का वादा अब तक पूरा नहीं हुआ। जनधन योजना के तहत बैंकों में खाते खुलवाए गए और बात वहीं तक रह गई। भुलावे का जल्द ही पर्दाफाश हो जाएगा।
गठबंधन लड़ेगा विधानसभा चुनाव
बिहार में अगले मुख्यमंत्री की संभावना पर मांझी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में गठबंधन जरूरी दिख रहा है। राजद, जदयू व कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ेंगे। परिणाम आने पर मुख्यमंत्री चुना जाएगा। अभी से अगले मुख्यमंत्री की बात जल्दबाजी होगी। वैसे मुसहर समाज का साधारण युवक ठोकर खाते-खाते मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंच गया, प्रधानमंत्री की कुर्सी तक भी पहुंच सकता है। नीतीश कुमार जदयू के सर्वमान्य नेता हैं। घर में उनका चित्र प्रेरणा के लिए ही लगा रखा है।