प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रेडियो के माध्यम से देश की जनता से ‘मन की बात’ की। प्रधानमंत्री के भाषण का प्रसारण आकशवाणी समेत कई एफएम स्टेशनों से किया गया। रेडियो की जरिए देश की जनता से जुड़ने की पहल पहली बार की गई है।
मोदी ने प्रेरक कथाओं के जरिए नागरिकों से निराशा छोड़कर अपने कौशल का इस्तेमाल देश की भलाई और संपन्नता के लिए करने की अपील की। महात्मा गांधी की जयंती पर देश भर में स्वच्छता अभियान शुरुआत कर चुके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज खादी का इस्तेमाल करने की वकालत की।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्घांजलि यही होगी हम सभी खादी का इस्तेमाल करे। 15 मिनट के भाषण में मोदी ने कहा, हमारे वैज्ञानिकों ने न्यूनतम खर्च में सफलता पूर्वक मंगल मिशन लांच किया। हमारा सामर्थ्य कम नहीं है, हम केवल अपना स्वत्व भूल चुके हैं। हमने स्वयं को भूला दिया है मोदी ने कहा कि हमें अपनी आतंरिक शक्ति की पहचान करनी होगी।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में स्वामी विवेकानंद की एक कहानी भी सुनाई, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे भेड़ों के बीच पला एक शेर दूसरे शेर के संपर्क में आने के बाद ही अपनी ताकत पहचान पाया। उन्होंने कहा कि यदि हम आत्म सम्मान के साथ आगे बढ़ेंगे तो हम विजेता बनकर उभरेंगे।
मन की बात में प्रधानमंत्री ने कहा कि 125 करोड़ भारतीयो में असीम कौशल और सामर्थ्य है। हमें केवल अपनी क्षमताओं को पहचानने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने बताया कि इमेल के जरिए उन्हें सलाह दी गई कि पांचवी क्लास से उन्हें स्किल डेवलपमेंट के कार्यक्रम शुरू किए जाएं। निःशक्त बच्चों को प्रेरित करने के लिए कार्यक्रम चलाए जाएं। पॉलीथीन पर बैन लगाया जाए और स्माल स्केल इंडस्ट्रीज का पंजीकरण आसान बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि यदि आइडिया हो तो उसे जरूर साझा करें। हम मिलकर काम करना है और देश को आगे ले जाना है।