मोदी को टोपी देने वाले इमाम का गरबा पर विवादित बयान

चंद दिनों बाद नवरात्रि है। देश के कई हिस्सों में इसे गरबा के रूप में भी मनाया जाता है। हालांकि ये त्योहार इस वर्ष श्रद्घा से अधिक विवादों को लेकर चर्चा में है।
गुजरात और मध्य प्रदेश में विश्व हिंदू परिषद और भाजपा के कई नेताओं में गरबा के पांडालों में मुस्लिमों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा रखा है। मामले में लगातार ऐसे बयान सामने आ रहे हैं, जिसे ये एक विवाद का रूप लेता जा रहा है।
इसी मसले में गुजरात के मौलाना सूफी इमाम मेहंदी हुसैन ने भी अजीब किस्म का बयान दिया है। मेहंदी हुसैन ने ही 2011 में एक कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी को मुस्लिम टोपी पहनाने का प्रयास किया था।मेहंदी हुसैन ने कहा है कि गरबा शैतानों का कब्जा है। उन्होंने कहा, ‘गरबा धार्मिक त्योहार नहीं, बल्कि राक्षसों का मनोरंजन है।’ विहिप ने सूफी के बयान पर आपत्ति जताई है और उन्हें गिरफ्तारी करने की मांग की है।
विहिप की गुजरात इकाई के महासचिव रणछोड़ भारवाड़ ने कहा है कि इमाम को तुरंत गिरफ्तार किया जाए उन्होंने कहा कि यदि इमाम को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वे खुद उन्हें पकड़ कर पुलिस को सौंप देंगे।
गरबा में मुस्लिमों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से गुजरात में सांप्रदयिक तनाव के हालात भी बन रहे हैं। विहिप ने गरबा पांडालों में मुस्लिमों का प्रवेश रोकने के लिए ‘हिंदू अस्मिता हित रक्षक समिति’ नाम से एक संगठन भी बना रखा है।