गंगा को निर्मल बनाने के अपने विजन ‘नमामि गंगे’ अभियान का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगाज कर दिया है।
प्रधानमंत्री ने गंगा पुनरोद्धार को व्यापक जल आंदोलन में तब्दील करने का आह्वान करते हुए इस दिशा में काम करने वाली सभी संस्थाओं की ताकत को एक विशेष एक्शन प्लान के तहत एकजुट करने की बात कही है ताकि इन सभी वर्गों की एकजुट ताकत को गंगा सेवा में लगाया जा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमामि गंगे अभियान को आगे बढ़ाने के लिए सोमवार को बुलाई गई अपनी पहली उच्च स्तरीय बैठक के दौरान यह राय जाहिर की।
गंगा पुनरोद्धार पर हुई इस बैठक में शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू, सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, जल संसाधन और गंगा पुनरोद्धार मंत्री उमा भारती, पर्यावरण व वन राज्यमंत्री प्रकाश जावड़ेकर और वाणिज्य राज्यमंत्री निर्मला सीतारमण के साथ सरकार के तमाम आला अधिकारी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि हमारी सबसे पहली प्राथमिकता निर्मल गंगा होनी चाहिए। इसके लिए हमें यह करना होगा कि गंगा में हम प्रदूषित जल का प्रवाह किसी भी सूरत में नहीं होने दें।