चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अब पाकिस्तान नहीं जाएंगे। श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे के बाद चीनी राष्ट्रपति ने भी सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान दौरा रद्द करने का फैसला किया। वह सितंबर के मध्य में पाक दौरे पर जानेवाले थे। इस फैसले से चीन ने सदाबहार साथी पाकिस्तान को सीधा संदेश दिया है कि बड़े आयोजनों से पहले वह ऐसे राजनीतिक उठापटक से निबट ले।
यह भारत के लिए बेहद अच्छी खबर है। भारत ने चीनी राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री दोनों देशों का दौरा एक साथ किए जाने का लगातार विरोध किया है। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि चीन और पाकिस्तान के बीच परमाणु संधि और पाक अधिकृत कश्मीर में चीन द्वारा बुनियादी संरचनाओं से जुड़ी परियोजनाओं को बढ़ावा देने का भारत जबर्दस्त विरोध करता रहा है। दोनों देशों (चीन-पाकिस्तान) के बीच सामरिक साझेदारी भी भारत की दुखती रग बनी रही है।