लगातार बारिश के चलते गुजरात के वडोदरा की विश्वामित्री नदी में जल स्तर बढ़ जाने से शहर में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इस वजह से दो लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।
आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने सेना से मदद मांगी है ताकि रिहायशी इलाकों में फंसे लोगों को खाने के पैकेट पहुंचाए जा सकें।
वडोदरा के निगम आयुक्त मनीष भारद्वाज ने कहा, ‘हमने प्रभावित इलाकों में हेलीकॉप्टर से खाने के पैकेट और पानी की बोतलें पहुंचाने के लिए सेना की मदद मांगी है। जगह-जगह जल भराव के चलते कई इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाना मुश्किल हो चला है।’
वडोदरा नगर निगम की स्थायी समिति के चेयरमैन हितेंद्र पटेल ने कहा कि रिहायशी इलाकों में पानी भर जाने की वजह से दो लाख से ज्यादा लोगों का जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि पानीगेट, करलीबाग, मांडवी, सायाजीगंज और मुंजमहुदा जैसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
प्रशासन ने एक दिन पहले ही इन क्षेत्रों से 1500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया। जबकि बुधवार को भी 200 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
शहर के सर सायाजीराव गायकवाड़ अस्पताल और स्थानीय चिड़ियाघर में भी पानी घुस आने की वजह से प्रशासन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। विश्वामित्री नदी पर बने तीनों पुलों को बंद कर दिया गया है।
साथ ही प्रशासन ने सभी स्कूल व कॉलेजों को भी बंद रखने का फैसला किया है। वर्तमान में विश्वामित्री नदी का जल स्तर 33.5 फीट है जो कि खतरे के निशान 26 फीट से काफी ज्यादा ऊपर है।