गाजियाबादः साईं मूर्ति को नहर में बहाया
जगदगुरु शंकराचार्य के भक्तों और साईं भक्तों में देश भर में चल रही खींचतान के बीच एक और मंदिर से साईं पूजा बंद कर दी गई है। यही नहीं, शंकराचार्य के भक्तों ने साईं मूर्ति को मंदिर से निकाल कर नहर में बहा दिया। इसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई।
यह घटना है गाजियाबाद के मुरादनगर की है। यहां शुक्रवार को कुछ शंकराचार्य भक्तों ने इलाके की गंगनहर में बहा दिया। दरअसल, पिछले दिनों जगदगुरु शकराचार्य की ओर से साईं की पूजा को लेकर खड़े किए गए सवाल के बाद देश भर में दोनों के अनुयायी में लंबी बहस छिड़ गई।
उधर, एक बार फिर से शकराचार्य ने सभी धर्म गुरुओं को व हिंदू धर्म के अनुयायियों को साईं की पूजा करने से परहेज करने की हिदायत दी है। इसी के चलते शुक्रवार को उनके अनुयायियों ने साईं मूर्ति को नहर में वसर्जित कर दिया।
गौरतलब है कि पिछले दिनों शकराचार्य की ओर से बुलाई गई धर्म संसद में जमकर बवाल हुआ। वहां भी मंदिरों में साईं की पूजा पूरी तरह बंद कर दिए जाने की हिदायत दी गई थी। इतना ही नहीं, शकराचार्य ने पुजारियों व महंतों को मंदिरों में रखी हुई साईं की मूर्तियों को हटाने को कहा था।
एक तरफ देश के कई हिस्सों में शंकराचार्य और साईं भक्तों के खींचतान के बीच महंत गिरी ने एक बार फिर कहा है कि साईं पूजा बंद कर दी जानी चाहिए। यही नहीं, उन्होंने अगले छह महीने के भीतर देश के सभी हिंदू मंदिरों से साईं मूर्ति हटा देने की भी चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा कि साईं मंदिरों से मूर्ति हटाने का काम तत्काल शुरू कर दिए जाएंगे और अगले छह महीने में इस अभियान को पूरा कर लिया जाएगा। इसी के बाद शुक्रवार को शनि मंदिर के मंहत मुकेश गोस्वामी ने पहल कर साईं की पूजा पूरी तरह बंद कर मूर्ति का जल विसर्जित कर दिया।
शनि मंदिर के महंत मुकेश गोस्वामी ने बताया कि जगदगुरु शकराचार्य के आदेश पर यह कदम उठाया गया है। इससे पहले छत्तीसगढ़ में लगी धर्म संसद में हुए बवाल के बाद भी गाजियाबाद के कई मंदिरों से मूर्ति हटाने की कोशिश की गई थी।