दिल्ली में सरकार बनाने की भाजपा की कोशिशों को अपना समर्थन देते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि सरकार बनाने के लिए समर्थन हासिल करने में कोई अनैतिकता नहीं होती।
उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है और इस नाते उसका सरकार बनाने का अधिकार है।
शाह ने कहा कि भाजपा को लोकसभा और दिल्ली विधानसभा चुनाव में जनादेश मिला था और हम मानते हैं कि ये जनादेश अभी बरकरार हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि सरकार बनाने की तैयारी पूरी है।
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार के पक्ष रखने के बाद भाजपा सरकार बनाने की कसरत आगे बढ़ाएगी।
माना जा रहा है कि अदालत में गृह मंत्रालय उपराज्यपाल नजीब जंग की ओर से सरकार बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को प्रस्ताव भेजने और उस पर राष्ट्रपति की अनुमति मिलने का ब्योरा पेश करेगी।
सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने लगभग मन बना लिया है कि अदालत की सुनवाई के बाद संभवत: 11 सितंबर को भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में मुख्यमंत्री पद के लिए जगदीश मुखी के नाम पर मुहर लगाई जाएगी।
अगर कोई अदालती अड़चन नहीं आई तो मुखी की अगुवाई में निर्दलीय और आप के संभावित बागी विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई जाएगी।
माना जा रहा है कि मुखी के बाद भाजपा रामवीर सिंह विधूड़ी को दिल्ली कैबिनेट में नंबर दो की हैसियत दे सकती है। विधूड़ी ही बाकी दलों के विधायकों को भाजपा के साथ जोड़ने के अभियान की अगुवाई कर रहे हैं।