लखनऊ। राजधानी के मोहनलालगंज के बलसिंहखेड़ा गांव के प्राथमिक विद्यालय परिसर में महिला से दरिंदगी और हत्या के मामले में अब पुलिस की पड़ताल गार्ड की भूमिका पर टिक गई है।
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, छानबीन में सामने आया है कि जिस अस्पताल में महिला नौकरी करती थी, वहीं काम करने वाले गार्ड ने अकेले ही उसकी हत्या की थी। पुलिस आरोपी गार्ड सहित चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है, लेकिन देर रात तक पुलिस इसका पता नहीं लगा सकी थी कि आखिर गार्ड ने महिला की इतनी क्रूरता से हत्या क्यों की। इससे लगता है घटना की कई कड़ियां अभी जुड़ना बाकी हैं। इस मामले में गार्ड की संलिप्तता को लेकर अधिकारियों में मतभेद भी दिखे।
इस मामले की छानबीन में जुटी पुलिस सर्विलांस से मिले सुरागों के आधार पर कई संदिग्धों से पूछताछ कर चुकी है। पुलिस के हाथ लगे चार संदिग्ध व्यक्तियों से शुक्रवार रात से लगातार पूछताछ की जा रही है। इनमें एक अस्पताल का सिक्योरिटी गार्ड रामसेवक यादव ही मुख्य आरोपी बताया जा रहा है। पुलिस रामसेवक व उसके तीन साथियों से देर रात तक पूछताछ करती रही है। इनमें देवा रोड बाराबंकी निवासी एक व्यक्ति भी शामिल है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वेल्डिंग का काम करने वाला यह शख्स ही छद्म नाम से महिला के संपर्क में था। पुलिस महिला की काल डिटेल से सामने आए मिले तथ्यों के आधार पर ही आगे बढ़ सकी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गार्ड ने ही महिला को 16 जुलाई की रात फोन करके बुलाया था। आरोपी गार्ड बलसिंह खेड़ा गांव का ही निवासी है। घटना के समय उसकी लोकेशन भी इसी गांव के आसपास की मिली है। पुलिस ने महिला का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है। हालांकि पुलिस पर्दाफाश करने से पहले ही वारदात से जुड़े सभी साक्ष्यों को जुटा लेना चाहती है। वहीं पुलिस ने शनिवार को एक प्रॉपर्टी डीलर से पूछताछ के बाद चौपहिया वाहन भी कब्जे में लिया है। गार्ड के घर से एक पैंट-शर्ट भी कब्जे में ली गई है।
गौरतलब है कि मोहनलालगंज के बलसिंहखेड़ा गांव के बाहर प्राथमिक विद्यालय परिसर में गुरुवार सुबह महिला का निर्वस्त्र शव मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म और दरिंदगी की पुष्टि हुई थी। महिला राजधानी के अस्पताल में काम करती थी और रायबरेली रोड स्थित कॉलोनी में अपने दो बच्चों के साथ किराए के मकान में रहती थी। परिजनों ने शुक्रवार रात उसके शव का बैकुंठधाम में अंतिम संस्कार किया, जिसके बाद वे उसके दोनों बच्चों को लेकर यहां से चले गए।