तीनों ने संयुक्त प्रेसवार्ता में केजरीवाल सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। इनकी मांग है कि केजरीवाल जनता से किए वादे पूरे करने के लिए 48 घंटे में साझा कार्यक्रम बनाएं। ऐसा नहीं होने पर इन्होंने समर्थन वापसी की धमकी भी दी है।
पानी नहीं मिल रहा है तो बिजली कटौती भी शुरू हो गई है। बिजली की दरों को कम करने की बजाय वृद्धि की गई। जनता से किए गए वादे पूरे करने की बजाय मुख्यमंत्री केजरीवाल आगामी चुनावों की तैयारियों में जुट गए हैं।
इसके साथ ही शोएब इकबाल ने आप की सरकार को विफल करार दिया। उन्होंने कहा कि जनता से वादा पूरा करने की जगह केजरीवाल आगामी चुनावों की तैयारियां कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने उन्हें वोट लोकसभा के लिए नहीं प्रदेश की समस्या से निजात दिलाने के लिए दिया था। दिल्ली की जनता को राहत देने के बजाय पार्टी लोकसभा चुनावों पर अपनी नजर गड़ाए है और दिल्ली की जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया है?