केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष एवं केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार यदि प्रधानमंत्री बनते हैं तो उन्हें खुशी होगी।
कांग्रेस की ओर से पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने की संभावना के बीच ऐसा बयान देकर बहस को जन्म देने वाले शिंदे ने कहा कि हर कोई महत्वाकांक्षी है। पवार 1992 से ही प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं।
‘जो कुछ भी हूं, पवार की देन है’
कद्दावर मराठा नेता को अपना ‘राजनीतिक गुरु’ करार देते हुए उन्होंने कहा, ‘आज वह जो कुछ भी हैं, वह पवार की देन है और इसके लिए वह पवार के आभारी हैं।’
शिंदे ने कहा कि वह पवार की वजह से ही राजनीति में आए। राहुल गांधी की चर्चा के बीच शीर्ष पद के लिए पवार की वकालत संबंधी एक सवाल पर शिंदे ने कहा कि कोई दो राय नहीं है।
उन्होंने राष्ट्रीय मंच पर भी कई बार ऐसी बातें कही हैं। पवार ने शिंदे को पहली बार 1977 में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़वाया था और उसके बाद से वह लगातार शिंदे का साथ देते रहे हैं।
पवार ने 1999 में सोनिया गांधी के विदेशी मूल के होने के मुद्दे पर कांग्रेस से अलग एनसीपी का गठन किया था। हाल ही में पवार ने कहा था कि वह अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
‘कांग्रेस ने माना नहीं बनेगा उसका पीएम’
सुशील कुमार शिंदे के इस बयान पर मजा लेते हुए भापजा ने कहा है कि इससे साफ है कि कांग्रेस ने मान लिया है कि अगले चुनाव के बाद उसका प्रधानमंत्री नहीं बनने वाला है।
भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि शिंदे को किसी को प्रधानमंत्री बनाने का सपना देखना छोड़ देना चाहिए क्योंकि देश ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री चुन लिया है।
उन्होंने कहा कि जनता ने सार्थक बदलाव का फैसला किया है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि शिंदे के बयान से साफ है कि कांग्रेस ने एक तरह से मान लिया है कि उसके युवराज या कोई और अगले चुनाव के बाद प्रधानमंत्री बनने नहीं जा रहे हैं।