तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित इस बार विधानसभा चुनावों में मिली शिकस्त को स्वीकार कर चुकी हैं और सोमवार को उन्होंने इसकी वजह भी गिनाईं।
शीला दीक्षित ने कहा कि इसके लिए उनसे कहीं ज्यादा कांग्रेस जिम्मेदार है और चुनावों में हार की एक वजह जरूरी समर्थन न मिलना भी है।
उन्होंने एक चैनल से बातचीत में कहा, “मुझे अपनी पार्टी की तरफ से वह समर्थन नहीं मिला, जो मिलना चाहिए था।” उन्होंने माना कि पार्टी की इकाइयों के बीच बेहतर तालमेल होना चाहिए था।
आम आदमी पार्टी की धमाकेदार जीत पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने केजरीवाल और उनके समूह को कम करके आंका। यह पूछने पर कि वह अरविंद केजरीवाल को कोई संदेश देना चाहती हैं, इस पर शीला ने कहा, “वह मुझसे कहीं ज्यादा समझदार हैं।”
केजरीवाल ने उन्हें नई दिल्ली विधानसभा सीट पर 25 हजार से ज्यादा वोट से हराया है। दिल्ली में त्रिशंकु नतीजे आए हैं, जिनमें भाजपा को 32 और आम आदमी पार्टी को 28 सीटें मिली हैं।
शीला दीक्षित ने कहा कि इस हार की वजह एक-दो नहीं, बल्कि कई हैं और इन पर चर्चा होगी। समीक्षा बैठक में बात की जाएगी। देखा जाएगा कि हमसे चूक कहां हुई है।