भ्रष्टाचार में गले तक डूबी कांग्रेस. महंगाई की मार से मरी कांग्रेस. अराजकता और अक्षमताओं से बिखरी कांग्रेस. ऐसी कांग्रेस को कोई भी तमाचे मार कर कुर्सी से हटा सकता है. आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को २८ तमाचे मारे और बीजेपी ने ३२. उपलब्धि मरे हुए को मारना नही है उपलब्धि जिन्दा को जीतना है.
तो क्या आम आदमी पार्टी अब बीजेपी को ध्वस्त कर सकती है ? क्या आप अब मोदी को भी निगल जायेगी ? क्या देश मोदी को छोड़कर केजरीवाल के साथ जायेगा ? क्या इस निर्णायक जीत के लिए केजरीवाल अब अन्ना के साथ आयेंगे ? और क्या हुंकार भरने वाले मोदी दहाड़ लगाने वाले केजरीवाल को चुनौती देंगे ?
मित्रों युद्ध का बिगुल तो अब बजा है . इस जंग को देखने का अब मुझे इन्तेज़ार है….शायद आपको भी होगा ? क्यूंकि अब ये तय होगा की असली दम किसमे है …मोदी में या केजरीवाल में ? …जी हाँ मित्रों हिंदी बेल्ट में अब जंग मोदी और राहुल में नही …मोदी और केजरीवाल में है ? और इसकी शुरुआत आज उस दिल्ली से हुई है जहां गूजरों से लेकर लोधी और मुग़लों से लेकर अँगरेज़ भिडे है ? इसलिए दोनों कथित शेरोन से गुजारिश है की वो हारे हुए गांधी परिवार को छोड़े और देश को बताएं कि मिटटी का शेर कौन है और असली जिगर वाला शेर कौन?