ललकार रैली में मोदी ने छेड़ा धारा 370 का राग, उमर सरकार पर भी साधा निशाना
बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी ने रविवार को जम्मू की बहुचर्चित रैली में केंद्र सरकार पर जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी ताकतों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। मोदी ने जम्मू-कश्मीर की मौजूदा हालत के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि 60 सालों के इतिहास से पता चलता है कि जम्मू कश्मीर को लेकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की सोच सही थी। पंडित नेहरू ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की बात को नजरंदाज किया।
मोदी ने कहा, ‘दिल्ली में हमारी सरकार सोई हुई है। केंद्र सरकार 2004 से ही ऐसी गहरी नींद में सोई हुई है कि 2014 में भी सोती ही रहेगी। अब इनके जगने की संभावना नहीं बची है। क्योंकि, पाकिस्तान में दो घटनाएं घटी। पाकिस्तान की जेलों में हिंदुस्तान के दो नौजवान (पंजाब के भाई सरबजीत और जम्मू के चमेल सिंह) बंद थे। पाकिस्तान ने जिस जेल में सरबजीत को मारा, उसी जेल में एक हफ्ते पहले चमेल सिंह को मारा गया था। अगर चमेल सिंह की मौत पर केंद्र सरकार आवाज उठाती तो सरबजीत की मौत की नौबत नहीं आती।’
कांग्रेस की तरफ दिए जाने वाले ‘सेक्युलरिज्म के नारे’ पर टिप्पणी करते हुए मोदी ने धारा 370 का भी जिक्र किया। मोदी ने कहा, ‘पंडित नेहरू ने धारा 370 के बारे में कहा था कि यह समय रहते रहते घिस जाएगी। क्या केंद्र सरकार नेहरू की यह इच्छा पूरा करने के लिए तैयार है। हमें इस वक्त इस बात पर विचार करना चाहिए कि धारा 370 की जरूरत है या नहीं। इस पर संसद में बहस होनी चाहिए।’
मोदी ने अपने भाषण में जम्मू कश्मीर सरकार पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए सूबे के दलितों, आदिवासियों के लिए समान अधिकार की मांग की। उन्होंने कहा, ‘महिलाओं और पुरुषों को समान अधिकार मिलने चाहिए। महिलाओं पर होने वाले अत्याचार रोके जाने चाहिए।’ ‘सेपरेट’ की जगह ‘सुपर स्टेट’ का आह्वान करते हुए मोदी ने कहा, ‘मैं हिंदुओं या मुसलमानों के बारे में बात नहीं कर रहा हूं। मैं जम्मू कश्मीर के बारे में बात कर रहा हूं। विकास वहीं होता है, जहां एकता होती है।’