दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटों पर हुए वोटिंग की मतगणना के शुरुआती रूझानों में भाजपा को अरविंद केजरीवाल की आप से कड़ी टक्कर मिल रही है।
शुरुआती रूझानों में नई दिल्ली सीट पर शीला दीक्षित आगे चल रही हैं।
दिल्ली की सभी 70 सीटों की मतगणना के लिए कुल 14 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं।
त्रिकोणीय मुकाबला
राजधानी में पहली बार ऐसा मौका है कि जब त्रिकोणीय मुकाबले के कारण राजनीतिक पंडित नतीजों को लेकर असमंजस में हैं। पहले भाजपा और कांग्रेस के बीच लड़ाई थी, मगर मैदान में उतरे नए खिलाड़ी आम आदमी पार्टी ने पूरे चुनाव का रुख बदल दिया है।
भाजपा की ओर से डॉ. हर्षवर्धन जबकि अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। देखना ये है कि मुख्यमंत्री शीला दीक्षित अपनी साख बचा पाती हैं या नहीं।
नई दिल्ली सीट पर लोगों की खास नजर रहेगी। इस विधानसभा सीट से शीला दीक्षित चुनाव मैदान में हैं। उनको आप से अरविंद केजरीवाल और भाजपा से विजेंद्र गुप्ता कड़ी टक्कर दे रहे हैं। एक्जिट पोल के अनुसार शीला दीक्षित पर हार का खतरा मंडरा रहा है।
रिकॉर्ड मतदान
दिल्ली में चार दिसंबर को रिकॉर्ड 65.48 फीसदी मतदान हुआ है। इस बार 16 लाख से अधिक नए मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया। इस बार 65.78 फीसदी पुरुषों ने जबकि 65.17 फीसदी महिलाओं मतदान किया।
राजधानी में इस बार 1,19,32,069 मतदाता थे और उनमें 78,14,117 ने मताधिकार का प्रयोग किया।
एग्जिट पोलों की मानें तो इस बार कांग्रेस सत्ता गंवा सकती है। दिल्ली विधानसभा में कांग्रेस ने पिछली बार 43 और भाजपा ने 23 सीटें हासिल की थीं।
दिल्ली में पिछले चुनाव में 1,07,26,573 मतदाताओं में से 61,77,344 मतदाताओं ने वोट डाले थे। जिनमें से कांग्रेस को 24,89,816 मत, भाजपा को 22,44,629 मत और बसपा को 8,67,672 मत मिले थे।
सुरक्षा
राज्य के 9 जिले में 14 मतगणना केंद्र पर ईवीएम की सुरक्षा के लिए कुल 26 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की गई है। केंद्रों पर बनाए गए स्ट्रांग रूम के आस-पास की सुरक्षा घेरे से लोकल पुलिस को दूर रखा गया है। अंदर पूरी सुरक्षा पैरामिलिट्री फोर्स जबकि बाहर की सुरक्षा दिल्ली पुलिस के पास है।