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पटना बम ब्लास्ट सिर्फ आतंकी हमला नहीं

पटना में मोदी की रैली में सीरीयल बम ब्लास्ट सिर्फ आतंकी हमला नहीं बल्कि भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला है। यह एक उबाउ, थकाउ और बचाउ वाक्य है। मूल विचारों के तेवर को कुँद करती ये अतिसंसदीय भाषा राजनीतज्ञों के लिए क्षम्य है परंतु लेखकों के लिए मंथन का विषय।

मेरे निजी विचार में मोदी की रैली में सीरीयल बम ब्लास्ट सिर्फ आतंकी हमला नहीं बल्कि एक सांप्रदायिक हमला है। क्योंकि वहाँ पहुँचने वाले ज्यादातर लोग एक धर्म-विशेष के थे। क्या मोदी की पटना रैली में मुस्लिम बड़ी संख्या में आये थे?  मुझे नहीं पता। परंतु, यदि हाँ तो उनकी तारीफ होनी ही चाहिए। और अगर नहीं, तो यकीन मानिये ये हिंदूत्व राष्ट्रवादियों का जनसमुद्र था जिसने अपना धैर्य नहीं खोया। न तो भगदड़ मची और न ही हिंसा।

इतिहास में दर्ज दर्जनों ऐसे संदर्भ हैं जो बता सकते हैं कि इन हालातों में तस्वीर का रूख क्या हो सकता था। इतिहास के गर्भ में न भी जायें तो याद है 11 अगस्त 2012 में मुंबई के आजाद मैदान का वह मंजर जहाँ मीडिया की ओडी वैन को फूँक दिया गया, पुलिसवालों की पिटाई हुई, सरेआम महिला कांस्टेबलों की इज्जत से खिलवाड़ हुआ और अमर जवान ज्योति को पैरों से रौंदा गया। इस विरोध में एक संप्रदाय विशेष के लोग ही शामिल थे।

सोशल मीडिया पर आतंकी हमले पर विश्लेषणों और प्रतिक्रिया का दौर जारी है। परंतु पहले दो दिन के बाद राजनीतिज्ञों और मुख्यधारा मीडिया ने मोर्चा संभाल लिया है और मूल मुद्दे से ध्यान भटकाया जा चुका है।

आंतरिक सुरक्षा मामलों के एक्सपर्ट भरत वर्मा के अनुसार बिहार सबसे अधिक सेंसिटिव बन चुका है। परंतु जब हमने यह पूछा कि सेंसिटिव से क्या अर्थ है। तो उन्होने कहा कि पिछले 10-15 बर्षों में बिहार आतंकियों की गिरफ्तारी तो हो रही है परंतु वोट बैंक की राजनीति और तुष्टीकरण ने अपनी के कारण इंवेस्टीगेशन ऐजेसिंयों की जाँच बीच में रोकी जा रही है। हालांकि यूपी में भी हालात बहुत बुरे हैं परंतु चूँकि बिहार नेपाल के साथ अंतराष्ट्रीय सीमा को शेयर करता है इसलिए वह एक साफ्ट टारगेट है। साथ ही चूँकि बिहार में बड़ी संख्या में बेरोजगारी है इसलिये युवाओं को मुख्यधारा से भटकाना आसान है।

अमित सिन्हा

अमित सिन्हा अपने 6 वर्षों के अनुभव के साथ साथ द्विभाषी पत्रकार है. उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस और अन्य मीडिया हाउस के साथ काम किया है और नियमित रूप से राजनीतिक खबर और अन्य मुद्दों पर लिखते रहते हैं .अमित सिन्हा बिहार में पटना में रहते है और एन से आर खबर के साथ अपने मिशन मैं शामिल हैं . आप इन्हें फेसबुक पर भी फालो कर सकते हैं https://www.facebook.com/indianxpress

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