हिंदी सिनेमा के महानायक अमिताभ बच्चन आज जिस मुकाम पर हैं, अगले कई वर्षों तक शायद ही कोई और इस मुकाम पर पहुंचे। 71 साल की उम्र में भी अमिताभ निरंतर काम कर रहे हैं।
अभिनय, एंकरिंग, विज्ञापन हर जगह वे व्यस्त नजर आते हैं। क्यों हैं आज भी वे सक्रिय और लगातार काम करते रहना चाहते हैं। उनके इस जन्मदिन पर हम बता रहे है उनसे जुड़ी 6 अनसुनी कहानियां।
1- कलकत्ता में 800 रूपए मासिक वेतन पर किया काम
अमिताभ बच्चन ने मुंबई में फिल्मों में किस्मत आजमाने से पहले कोलकाता में रेडियो एनाउंसर और एक शिपिंग कंपनी में एक्ज़ीक्यूटिव के तौर भी काम किया था। उस दौरान उन्हें 800 रुपये मासिक वेतन मिला करता था। वर्ष 1968 में कलकत्ता की नौकरी छोडऩे के बाद मुंबई आ गए।
मुंबई आते वक्त उनके पास तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी, जो अमिताभ के मित्र राजीव गांधी की मां भी थीं, का लिखा सिफारिशी खत भी था, जिसकी बदौलत उन्हें के.ए. अब्बास की फिल्म ‘सात हिन्दुस्तानी’ में काम मिला।
इसी भूमिका के लिए उन्हें पहली बार राष्ट्रीय पुरस्कार भी हासिल हुआ। अमिताभ बच्चन मुंबई में अपने शुरुआती दिनों में प्रसिद्ध हास्य कलाकार तथा निर्माता-निर्देशक महमूद के घर पर रहे थे, और बाद में उन्होंने महमूद की फिल्म ‘बॉम्बे टु गोवा’ में काम भी किया
2- फिल्म ‘गुड्डी’ से अमिताभ को हटा दिया गया
अमिताभ बच्चन और उनकी पत्नी जया भादुड़ी की पहली मुलाकात पुणे के फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टीट्यूट में हुई थी। दूसरी बार वे ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म ‘गुड्डी’ के सेट पर मिले।
ऋषिकेश मुखर्जी ने ‘गुड्डी’ में नायक के तौर पर पहले न सिर्फ अमिताभ बच्चन को चुना था, बल्कि उनके साथ कई सीन भी शूट कर लिए गए थे, लेकिन बाद में अमिताभ को यह कहकर फिल्म से हटा दिया गया, कि वह इस भूमिका में ‘सूट’ नहीं करते।
इसके बाद फिल्म में नायक का किरदार समित बांजा को सौंपा गया। हालांकि बाद में ‘गुड्डी’ के बाद ऋषिकेश मुखर्जी ने अमिताभ बच्चन के साथ ‘मिली’, ‘चुपके चुपके’ और ‘अभिमान’ जैसी कई सुपरहिट फिल्में भी कीं।
3- शादी के बाद ही जया को विदेश ले जा सके
अमिताभ बच्चन और जया भादुड़ी की शादी फिल्म ‘अभिमान’ के रिलीज़ होने से एक महीना पहले हुई थी। फिल्म ‘ज़ंजीर’ की शूटिंग के दौरान सभी कलाकारों और क्रू सदस्यों ने फिल्म के हिट होने की स्थिति में विदेश घूमने का कार्यक्रम बनाया था।
चूंकि यह अमिताभ और जया की एक साथ पहली विदेश यात्रा थी, इसलिए अमिताभ ने अपने पिता हरिवंशराय बच्चन से विदेश जाने की अनुमति मांगी, उन्होंने सवाल किया कि क्या जया भी उनके साथ जाएंगी, जब अमिताभ ने जवाब में ‘हां’ कहा, तो उन्हें देश छोड़ने से पहले विवाह कर लेने का आदेश दिया। तब अमिताभ शादी के बाद ही जया को विदेश ले जा सके।
4- जब रेखा को लेकर घर में काफी हंगामा मचा
1978 में अमिताभ और रेखा की नजदीकियों की खबरें अखबारों और फिल्मी मैगजीन्स की सुर्खियां बनने लगीं थीं। इस बात को लेकर अमिताभ के घर में भी काफी हंगामा रहा। कहते हैं रेखा दिल ही दिल में अमिताभ को चाहती थीं लेकिन अमिताभ हमेशा इस रिश्ते को लेकर चुप रहे।
वहीं रेखा कभी किसी शादी में मांग में सिंदूर भरकर तो कभी अपनी मां बनने की अफवाहें उड़ाकर सनसनी फैलाती रहीं। जिस समय अमिताभ और रेखा के अफेयर की खबरें जोरों पर थीं उस समय इन खबरों से परेशान होकर जया बच्चन ने रेखा को डिनर पर भी बुलाया था।
5- दिग्गज नेता हेमवती नंदन बहुगुणा को हरा दिया
1984 में भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद अमिताभ बच्चन इंदिरा के पुत्र और अपने मित्र राजीव गांधी के कहने पर राजनीति में शामिल हुए थे। वे इलाहाबाद की लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर ‘भारतीय राजनीति के चाणक्य’ कहे जाने वाले दिग्गज नेता हेमवती नंदन बहुगुणा को पराजित किया था।
6- 12 फिल्मों में किया डबल रोल
अमिताभ बच्चन ने लगभग 12 फिल्मों में डबल रोल किया है। इतना ही नहीं एक फिल्म निर्देशक एस. रामानाथन की ‘महान’ में उन्होंने तिहरी भूमिका यानी ट्रिपल रोल किया है। अमिताभ बच्चन ने पहली बार ‘मिस्टर नटवरलाल’ के गीत ‘मेरे पास आओ मेरे दोस्तों…’ गीत के लिए पार्श्वगायन किया था।
1980 के दशक में अमिताभ बच्चन के चेहरे को लेकर एक कॉमिक्स चरित्र ‘सुप्रीमो’ की रचना की गई थी, जिसकी सीरीज़ का नाम ही ‘द एडवेन्चर्स ऑफ अमिताभ बच्चन’ (किस्से अमिताभ बच्चन के) रखा गया था। यह कॉमिक्स श्रृखला लगभग दो साल तक प्रकाशित होती रही।
7- ड्यूविले शहर की दुर्लभ मानद नागरिकता पाई
वर्ष 2003 में अमिताभ बच्चन को फ्रांस के ड्यूविले शहर की मानद नागरिकता भी प्रदान की गई, जो किसी भी विदेशी के लिए बेहद दुर्लभ कही जाती है। अमिताभ बच्चन के अतिरिक्त यह सम्मान केवल ब्रिटेन की महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय, पहली बार अंतरिक्ष में प्रवेश करने वाले रूसी अंतरिक्ष यात्री यूरी गागारिन तथा पोप जॉन पॉल द्वितीय को ही दिया गया है।
8- जब अमिताभ गंभीर रूप से घायल हो गए थे
फिल्म ‘कुली’ की शूटिंग के दौरान फिल्म में खलनायक की भूमिका निभा रहे पुनीत इस्सर के हाथों घूंसा खाकर घायल होने के बाद जब अमिताभ बच्चन बेहद गंभीर स्थिति में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थे तब तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाधी उन्हें देखने अस्पताल आई थीं।
उस दौरान उनकी पत्नी जया बच्चन रोज़ाना ब्रीच कैंडी अस्पताल से सिद्धि विनायक मंदिर तक पैदल जाया करती थीं, जो लगभग छह किलोमीटर है। इसके अलावा उन दिनों देशभर में उनके हज़ारों-लाखों प्रशंसक मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारों और गिरजाघरों में प्रार्थनाएं करते रहे थे।
9- अमिताभ की सुरक्षा में लग गया जब आधा अफगानी सुरक्षा तंत्र
मुकुल आनंद की फिल्म ‘खुदा गवाह’ की अफगानिस्तान में शूटिंग के दौरान तत्कालीन अफगानी राष्ट्रपति नजीबुल्लाह ने अमिताभ बच्चन की सुरक्षा के लिए देश के लगभग आधे सुरक्षा तंत्र को तैनात कर दिया था। बताया जाता है कि ‘खुदा गवाह’ अफगानिस्तान के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी हिट फिल्म थी।
अमिताभ बच्चन शुद्ध शाकाहारी हैं, और जानवरों के हितों के लिए काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था ‘पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स’ (पेटा) द्वारा कराए गए पोल में उन्हें ‘हॉटेस्ट वेजीटेरियन अलाइव’ का खिताब दिया गया था।