भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की कानपुर की रैली का जवाब सपा ने मंगलवार को आजमगढ़ में दिया।
जिले में अब तक की सबसे बड़ी मानी जा रही रैली में एक लाख से अधिक की भीड़ के आने का अनुमान लगाया जा रहा है।
यहां उमड़े जन सैलाब के आगे आईटीआई मैदान छोटा पड़ गया। लोग बाहर बाईपास पर सड़कों पर भटकते रहे। भारी भीड़ से गदगद सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मंच से बोल पड़े कि यहीं से विधानसभा चुनाव में चमत्कार हुआ था। अब दिल्ली में चमत्कार होगा।
रैली में उमड़ने वाली संभावित भीड़ को देखते हुए आयोजकों ने 50 हजार से अधिक कुर्सियां लगवाई थीं। महिलाओं और नौजवानों को बैठने के लिए मैदान में कारपेट बिछाए गए थे।
मुख्यमंत्री के आने का समय सुबह साढ़े 10 बजे निर्धारित था लेकिन सुबह आठ बजे से ही ढोल और नगाड़ों की थाप पर कार्यकर्ताओं के जत्थे रैली स्थल की ओर कूच करने लगे थे।
छतों पर चढ़े लोग
सपा मुखिया मुलायम सिंह, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और आजम खां के लगभग 12 बजे मंच पर पहुंचते ही जन सैलाब उमड़ पड़ा। इन नेताओं को सुनने के लिए लोग आसपास की छतों पर चढ़े हुए थे।
मैदान से आईटीआई गेट तक रेला लग जाने से हजारों लोग सड़कों पर ही फंसे रह गए। सुरक्षा की दृष्टि से कार्यक्रम स्थल के इर्द-गिर्द जबरदस्त बैरीकेडिंग की गई थी। इसके चलते लोगों को लगभग दो किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी पड़ी थी।
मुलायम ने मोदी पर जमकर हमला बोला
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि सपा आजमगढ़ से सभा की शुरुआत इसलिए करती है क्योंकि यह मुसलमान और यादवों का गढ़ है लेकिन यह गलत है। सपा समता और समृद्धि में विश्वास करती है।
उन्होंने कहा कि इसी का परिणाम है कि हमारी सरकार ने सभी जातियों को तरजीह दी है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा आज सांप्रदायिक ताकतों को रोकने की जिम्मेदारी समाजवादियों पर है।