चारा घोटाले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के जेल जाते ही बिहार में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं।
चर्चा है कि लालू की विरासत संभालने के लिए खुद उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अपने हाथों में पार्टी की कमान ले ली है।
सूत्रों के मुताबिक लालू के संसदीय क्षेत्र सारण से राबड़ी देवी लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। वहीं उनकी बेटी मीसा भारती पाटलिपुत्र से चुनाव लड़ सकती हैं।
राबड़ी का भी कहना है कि लालू की गैरमौजूदगी में वह अपने बेटे तेजस्वी और तेजप्रताप के साथ पार्टी के कामकाज में अहम भूमिका निभाएंगी।
लालू के जेल जाने के बाद पहली बार रविवार को राजद के वरिष्ठ नेताओं की बैठक होगी। इस बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।
इन नेताओं का सुझाव है कि राबड़ी देवी खुद आगे बढ़कर पार्टी के कामकाज में हिस्सा लें। साथ ही मीसा भारती भी पाटलिपत्र संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ें।
हालांकि लालू के इस परिवारवाद से कुछ वरिष्ठ नेता नाराज बताए जा रहे हैं। इनमें पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह भी शामिल हैं।
बिहार में जदयू और भाजपा में अलगाव से राजद को आगामी लोकसभा चुनाव में फायदे की उम्मीद है।
हालांकि लालू प्रसाद के जेल जाने से पार्टी को जरूर झटका लगा है। लेकिन पार्टी को उम्मीद है कि उसके परंपरागत वोट बैंक पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। चारा घोटाले में लालू को पांच साल की सजा हुई है।