मेरठ: हाशिमपुरा नरसंहार मामले में फैसला कल
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के हाशिमपुरा में वर्ष 1987 में 42 लोगों की हत्या के मामले में तीस हजारी कोर्ट शनिवार को अपना फैसला सुनाएगा। गत 21 फरवरी को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संजय जिंदल ने अपना फैसला सुनाने से पहले अभियोजन, आरोपी व पीड़ितों से कुछ स्पष्टीकरण मांगा है।
पेश मामले में मेरठ स्थित हाशिमपुरा में 22 मई, 1987 को बड़ी संख्या में पीएसी के जवान पहुंचे थे। इन जवानों ने वहां मस्जिद के सामने चल रही धार्मिक सभा में से मुस्लिम समुदाय के करीब 50 लोगों को हिरासत में लिया। फिर 42 लोगों को गोली मारकर हत्या करने के बाद उनके शव नहर में फेंक दिए थे।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने वर्ष 1996 में गाजियाबाद की अदालत में आरोपपत्र दायर किया था। इसमें 19 लोगों को हत्या, हत्या का प्रयास, साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ और साजिश रखने की धाराओं में आरोपी बनाया गया था। वर्ष 2002 में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया था। वर्तमान में मामले में आरोपी बनाए गए 16 लोग जीवित हैं। उत्तर प्रदेश की सीबीसीआइडी ने 161 लोगों को गवाह बनाया था।