आवारा कुत्तों द्वारा 7 महीने के मासूम बच्चे को काटने के बाद उसकी मृत्यु के प्राधिकरण की चुप्पी पर लोटस बुलर्ड सोसायटी के लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर विरोध दर्ज कराया साथ ही मृतक बच्चे को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।कैंडल मार्च रात नौ बजे लोट्स बुलवर्ड सोसायटी के गेट नंबर-5 से निकाला गया। इस दौरान शांति पूर्ण तरीके से प्रशासन, प्राधिकरण से सवाल किया गया कि इस घटना का जिम्मेदार कौन है। जहां एक बच्चे की मौत डाग्स के बाइट होती है तो उसका जिम्मेदार कौन है
सोसायटी के निवासियों ने प्राधिकरण से उनकी सोसाइटी से स्ट्रीट डॉग को हटाकर शेल्टर होम भेजे जाने की मांग की ताकि उनके घर के बच्चे बुजुर्ग आराम से घर के नीचे पार्क में टहल सके ।
कुत्ते द्वारा बच्ची को दौड़ाने का वीडियो हुआ वायरल
मासूम बच्चे पर हमले की घटना के साथ कल सेक्टर 168 स्थित द गोल्डन पार्क सोसाइटी में एक बच्ची को कुत्ते के द्वारा द्वारा ने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होना शुरू हुआ वीडियो में एक गार्ड द्वारा एक्शन लेने के बाद कुत्ता भाग जाता है जिसके बाद सोसाइटी में लोगों का आक्रोश एक बार फिर बढ़ गया
सांसद मेनका गांधी के खिलाफ बढ़ रहा लोगो मे गुस्सा
आवारा कुत्तों को संरक्षण देने के नाम पर तथाकथित डॉग लवर्स और उनके लिए लोगों को फोन करने वाली सांसद मेनका गांधी के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है लोगों के अनुसार जब भी कोई घटना होती है तो यह डॉग लवर मेनका गांधी के नाम पर लोगों को धमकाते हैं या कई बार खुद मेनका गांधी और उनके ऑफिस से फोन आ जाते हैं जिसमें लोगों को कानूनी कार्यवाही के नाम पर डराया जाता है इससे पहले भी कई बार मेनका गांधी के ऑडियो वायरल हो चुके हैं जिसमें एक औडियो मे वह किसी रीमा शाह के लिए नोएडा में एक सोसाइटी के पदाधिकारी से मुकदमा वापस लेने को कह रही थी ऐसे में लोगों के आरोप हैं कि सांसद मेनका गांधी भी इस पूरे प्रकरण में जिम्मेदार मानी जानी चाहिए । लोगो ने प्रधानमंत्री मोदी से भी सांसद पर कार्यवाही की मांग की है
नोएडा में आ सकती है नई डॉग पॉलिसी
लोटस बुल वर्ल्ड सोसाइटी में हुए प्रकरण और लोगों के बढ़ते विरोध के बाद नोएडा प्राधिकरण आज नई डॉग पॉलिसी को सार्वजनिक कर सकता है प्राधिकरण के सीईओ रितु माहेश्वरी के निर्देश पर बृहस्पतिवार को पूरे दिन अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रभास कुमार के साथ एनसीआर में लागू डॉग पॉलिसी पर मंथन हुआ जिसके बाद बृहस्पतिवार को पॉलिसी को लागू करने के संकेत दिए गए I प्राधिकरण के ओएसडी इंदु प्रकाश सिंह के अनुसार शहर में कुत्तों की संख्या का पता लगाया जाएगा डॉक्टर्स की सूची तैयार होगी और कुत्तों की गणना होगी गाजियाबाद की तरह पालतू कुत्तों और अन्य जानवरों का एक समय सीमा में पंजीकरण कराने के निर्देश भी दिए जा सकते हैं I पालतू कुत्तों के मालिकों को उनके लिए लाइसेंस लेना होगा और खतरनाक प्रजाति की कुत्तों के लिए सख्त नियम बनाने पर विचार हो रहा है I इसके साथ ही प्राधिकरण यह फैसला भी करने जा रहा है कि जिन कुत्तों को नसबंदी के लिए उठाया जाएगा उनको वापस सोसाइटी में नहीं छोड़ा जाएगा I कदाचित यही एक ऐसा पॉइंट है जिसको लेकर तथाकथित डॉग लवर और आम निवासियों में टकराव बना रहता है और अगर प्राधिकरण इस को उचित समाधान के साथ आगे आता है तो कुत्तों के कारण होने वाली कई समस्याएं स्वत ही सुलझ जाएंगे I