मुंबई।। मुंबई के कोलाबा नेवल डॉकयार्ड में मंगलवार आधी रात हुए एक जबर्दस्त धमाके के बाद नौसेना की दो पनडुब्बियों आईएनएस सिंधुरक्षक और सिंधुरत्न में आग लग गई। आग पर तो काबू पा लिया गया, लेकिन आईएनएस सिंधुरक्षक धीरे-धीरे डूब रही है। इसमें सवार 18 नौसैनिकों का अभी तक कोई अता-पता नहीं है। उन्हें बचाने के लिए गोताखोरों की टीम के साथ नेवी का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। उधर, नेवी ने इस हादसे की जांच के लिए एक कमिटी बनाई है।
कैसे हुआ हादसाः जानकारी के मुताबिक मंगलवार रात नेवल डॉकयार्ड में एक के बाद एक तीन धमाके हुए, जिससे दो पनडुब्बियों आईएनएस सिंधुरक्षक और सिंधुरत्न में आग लगी। पहला धमाका रात 11 बजकर 55 मिनट पर हुआ। इसके बाद छोटे-छोटे दो और धमाके सुनए गए। पहला धमाका इतना जबर्दस्त था कि इसकी आवाज करीब डेढ़ किलोमीटर दूर तक सुनी गई। लोगों के मुताबिक धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि दीवारें तक कांप गईं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्होंने धमाके की आवाज सुनी, जिसके बात आसमान में आग की तेज लपटें उठीं।
डूब रही है आईएनएस सिंधुरक्षक: आग की खबर के बाद फायर ब्रिगेड की 18 से 20 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, जिन्होंने उस पर काबू पाया। लेकिन इस धमाके से आईएनएस सिंधुरक्षक को बड़ा नुकसान हुआ और वह धीरे-धीरे डूबने लगी। बुधवार सुबह तक उसका सिर्फ ऊपरी हिस्सा ही नजर आ रहा था। नेवी के मुताबिक इस हादसे में कितना नुकसान हुआ है, इसका अभी अंदाजा लगाना मुश्किल है।