70 विधानसभा सीटों वाली दिल्ली में शीला दीक्षित चौथी बार सत्ता में आने के दावे कर रही हैं. हालांकि यह पोल कहता है कि कांग्रेस के पलड़े में 28 सीटें आएंगी, जबकि 2008 में 43 सीटें मिली थीं. मतलब 15 सीटों का नुकसान हो रहा है.
बीजेपी को दिल्ली में 28 सीटें मिलेंगी जबकि 2008 में 23 सीटें मिली थीं. मतलब 5 सीटों का लाभ. यहां बीजेपी और कांग्रेस दोनों की सीटें बराबर आ रही हैं. अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के पाले में 9 सीटें जा रही हैं तो अन्य 5 सीटें ले जा सकती है. यहां कांटे की टक्कर कही जा सकती है लेकिन कांग्रेस को भारी नुकसान हो रहा है और बीजेपी को बहुत फायदा नहीं हो रहा. इसका मुख्य कारण अरविंद केजरीवाल को माना जा सकता है.