मुजफ्फरनगर/जानसठ। जिला प्रशासन द्वारा लाख प्रयासों के बावजूद व भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की शोकसभा स्थगित करने की घोषणा को दरकिनार करते हुए आज नंगला मंदौड के भारतीय इंटर कॉलेज में जन सैलाब उमड़ पडा। भीड जिला प्रशासन द्वारा की गयी बैरिकैटिंग को तोडकर शोकसभा स्थल पर पहुंच गये। भारी पुलिसबल मूकदर्शक बना देखता रहा। शोकसभा में मृतकों को श्रद्धाजलि अर्पित करते हुए वक्ताओं ने सपा सरकार व जिला प्रशासन पर जमकर तंज कसे।
कवाल के मजरा मलिकपुरा में मृतक गौरव व सचिन के अंतिम संस्कार के दौरान भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने 31 अगस्त को नंगला मंदौड में सर्वजातीय पंचायत की घोषणा की थी। इस पंचायत के आयोजन की घोषणा से जिला प्रशासन बैकफुट पर चल रहा था। जिला प्रशासन ने पूरी ताकत शोकसभा को न होने में लगा दी थी। गत दिवस जिलाधिकारी ने भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत से वार्ता की। बैठक के बात राकेश टिकैत ने शोकसभा को स्थगित करने की घोषणा कर दी। इस सबके बावजूद शोकसभा के आयोजन का निर्णय बरकरार रहा।
आज सुबह से ही नंगला मंदौड स्थित भारतीय इंटर कॉलेज में नागरिकों का सैलाब उमडा शुरु हो गया। बारिश के बावजूद भी लोगों का आना रुक नहीं पा रहा था। दोपहर दो बजे तक तो शोकसभा में पहुंचते रहे। इंटर कॉलेज के मैदान में अस्थायी मंच ट्राली द्वारा बनाया गया। शोकसभा का संचालन विपिन सिखेडा ने शुरु किया। शोकसभा में बिजनौर के भाजपा विधायक कुंवर भातेन्दु सिंह ने कहा कि सपा सरकार में एक विशेष वर्ग हावी है। कवाल में निर्दोषों के खिलाफ कार्यवाही कर जेल भेजा गया है। हम किसी भी कीमत पर निर्दोषों को जेल में नहीं रहने देंगे। थानाभवन विधायक सुरेश राणा ने कहा कि जिला प्रशासन दमन की कार्यवाही करते हुए शोकसभा के आयोजन को नहीं होने देना चाह रहा था। हमारी मांग है कि मृतक गौरव व सचिन के हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार कर जेल भेजा जाये। इस मामले में हुई फर्जी नामजदगी को खत्म कराया जाये और कवाल कांड की जांच सीबीआई द्वारा करायी जाये। शोकसभा में पूर्व सांसद सोहनबीर सिंह, साध्वी प्राची आर्य, भाजपा जिलाध्यक्ष सत्यपाल पाल, पूर्व विधायक अशोक कंसल, बाबूराम बालियान, संजीव बालियान, डा. वीरपाल निर्वाल, यशपाल पंवार, उमेश मलिक, वीरेन्द्र प्रमुख, पूर्व चेयरमैन कपिलदेव अग्रवाल, जगदीश पांचाल, वंदना वर्मा, किरणपाल पंवार, प्रमोद शर्मा, अर्जुन पहलवान, नकुल सहित सैंकड़ों लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये। शोकसभा में दो मिनट का मौन रख मृतक गौरव व सचिन को श्रद्धाजलि अर्पित की गयी।
बारिश के कारण बार-बार बदला गया स्थल
मुजफ्फरनगर। बारिश के कारण शोकसभा को भारतीय इंटर कॉलेज के प्रांगण में आयोजित करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन भीड बहुत अधिक हो जाने के कारण शोकसभा को कॉलेज के खेल मैदान में ही आयोजित किया गया।
पूर्व सांसद हरेन्द्र मलिक को मंच से उतारा
मुजफ्फरनगर। कांग्रेस के पूर्व सांसद हरेन्द्र मलिक जब शोकसभा में शिरकत करने पहुंचे, तो प्रशासन ने उनकी वीडियोग्राफी करायी। इसके बाद जब हरेन्द्र मलिक मंच पर चढने लगे, तो वहां मौजूद भीड ने उन पर अनेक आरोप लगाते हुए मंच पर चढने से रोक दिया। इसके बाद श्री मलिक काफी देर तक मंच से नीचे ही रहे।
भाकियू नेता को भी मंच से उतारा
मुजफ्फरनगर। शोकसभा स्थल पर नगरिकों मं भाकियू के खिलापफ भारी रोष दिखायी दिया। शोकसभा में आये लोग भाकियू के प्रवक्ता पर तरह-तरह के आरोप लगाते नजर आये। युवा जिलाध्यक्ष संजय राठी जब मंच पर चढकर बोलने लगे, तो भीड ने उनका जबरदस्त विरोध् कर नीचे उतार दिया।
बैरिकैटिंग नहीं रोक पायी भारी भीड़ को
मुजफ्फरनगर। शोकसभा स्थल पर न पहुंचने देने के लिए जिला प्रशासन ने चारों ओर भारी पुलिसबल लगाकर बैरिकैटिंग की हुई थी। सिखेडा क्षेत्र में चार टैक्टर-ट्रालियों को रोक लिया गया, तो लोग अपने वाहनों को सडक किनारे लगाकर पैदल ही चल दिये। लोगों का कहना था कि अगर प्रशासन उन्हें सडक पर चलने से भी रोकेगा, तो वे खेते से होते हुए शोकसभा स्थल पर पहुंच जायेंगे।
खालापार के प्रदर्शन ने भरा जोश
मुजफ्फरनगर। शोकसभा में पहुंचे लोगों का कहना था कि जिला प्रशासन दौहरी नीति अपना रहा है। एक ओर तो शोकसभा का आयोजन नहीं होने दे रहा, वहीं खालापार में विशेष समुदाय के लोगों के प्रदर्शन करने दिया और आला अपफसरों ने उनके पास पहुंचकर उनका ज्ञापन भी लिया। इस प्रदर्शन से हिन्दुओं में जोश भर गया और उन्होंने शोकसभा का हर कीमत पर आयोजन करने का निर्णय लिया।
भीड ने कार को क्षतिग्रस्त कर किया आग के हवाले
पुलिस ने बल प्रयोग कर कार सवारों को बचाया
मुजफ्फरनगर। सिखेडा पुलिस की लापरवाही के चलते मुस्लिम परिवार की एक कार शोकसभा क्षेत्र में घुस गयी। कार से मामूली दुर्घटना हो जाने के बाद चालक ने कार को तेजी से भगाकर निकलना चाहा, लेकिन वह भीड में फंस गया। गुस्साई भीड ने कार को तोडपफोड कर क्षतिग्रस्त करते हुए आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने किसी तरह कार सवार घायलों को बाहर निकाला और उपचार के लिए मेरठ भेज दिया। इस घटना से शोकसभा स्थल पर भगदड मच गयी और लोग अपने-अपने घरों को सभा छोडकर निकल लिये। जानसठ-मुजफ्फरनगर मार्ग पर शोकसभा स्थल के निकट एक हरे रंग की वैंगनआर कार आ पहुंची, इस कार में दो मुस्लिम महिलाएं, तीन युवक व दो बच्चे सवार थे। बताया जाता है कि कार ने किसी को साईड मार दी थी, इस बात से घबराकर चालक कार को तेजी से भगाते हुए भीड में आ घुसा और कई लोग टक्कर लगते-लगते बच गये। गर्म माहौल व गुस्साये लोगों ने कार में तोडफोड शुरु कर दी। इस दौरान कार सवार लोगों को चोटे भी आयी। वहां मौजूद पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए घायलों को कार बाहर निकाला और उपचार के लिए पुलिस गाडी में अस्पताल भेज दिया। इस बीच भीड और उग्र हो गयी और कार को तोडफोड करते हुए पलटकर खाई में डाल दिया। कुछ शरारती तत्वों ने कार में आग लगा दी। फायर बिग्रेड ने मुश्किल से मौके पर पहंचकर आग को काबू करना चाहा, लेकिन जब तक कार जलकर राख हो चुकी थी। इसके बाद शोकसभा में भगदड मच गयी और लोग अपने-अपने घरों की ओर कूच कर गये। पुलिस के अनुसार घायल हुए लोग अमरोहा सम्भल के रहने वाले है और उन्हें उपचार के लिए मेरठ भर्ती कराया गया है।