पटना।। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तानी सेना के हमले में बिहार ने चार सपूतों को गंवा दिया, लेकिन राज्य सरकार इन शहीदों के प्रति जबर्दस्त बेरुखी दिखा रही है। चारों जवानों के पार्थिव शरीर बुधवार की रात विशेष विमान से पटना लाए गए, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से नीतीश सरकार का कोई भी मंत्री एयरपोर्ट नहीं पहुंचा। इसके बाद सुबह छपरा में शहीद प्रेमनाथ सिंह के अंतिम संस्कार में भी राज्य सरकार का कोई मंत्री या जेडी (यू) का बड़ा नेता नहीं पहुंचा।
हालांकि, सुबह मीडिया में इसे मुद्दा बनाए जाने के बाद विजय राय के अंतिम संस्कार में उद्योग मंत्री रेणु कामारी कुशवाहा और शंभू शरण सिंह की अंत्येष्टि में खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री श्याम रजक आरा पहुंचे।
शहीद हुए सैनिकों से ऐसी बेरुखी को लेकर लोगों में काफी नाराजगी है। पटना एयरपोर्ट पर सुशील मोदी और गिरिराज सिंह समेत बीजेपी के कई नेता और कार्यकर्ता पहुंचे थे। इन लोगों का आरोप है कि नीतीश सरकार संवेदनहीन है। इससे पहले जवानों के शव पुंछ से जम्मू लाए जाने पर वहां भी कोई अधिकारी या मंत्री नहीं पहुंचा था।
एयरफोर्स का विशेष विमान शहीदों विजय राय (बिहटा), शंभू शरण सिंह (भोजपुर), प्रेमनाथ सिंह (छपरा) और रघुनंदन (छपरा) के शवों को लेकर बुधवार रात 10 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचा। स्टेट हैंगर में सेना की सलामी के बाद जवानों के शवों को उनके पैतृक गांवों के लिए रवाना कर दिया गया। एयरपोर्ट पर बिहार सरकार के किसी भी मंत्री के न आने को लेकर रात 11 बजे जब एबीपी न्यूज के रिपोर्टर ने कई मंत्रियों के घर पर दस्तक दी।
रिपोर्टर ने दो-दो विभाग संभालने वाले मंत्री भीम सिंह के पीए से बात की तो उन्होंने बताया कि मंत्री जी सो गए हैं। उनके घर से एयरपोर्ट महज एक किलोमीटर दूर है। एयरपोर्ट के पास ही रहने वाले शिक्षा मंत्री पीके शाही, छपरा जिले से ही मंत्री गौतम सिंह और जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने एयरपोर्ट जाने के बजाय आराम फरमाना बेहतर समझा।
इससे पहले बिहटा के शहीद विजय कुमार राय की पत्नी पुष्पा देवी को सांत्वना देने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी उनके गांव अनंदपुर ठेकहा पहुंचे। पुष्पा देवी ने उनसे कहा कि हमें सरकार से मुआवजा नहीं, पाक की नापाक हरकत का करारा जवाब चाहिए। तब ही हमारे कलेजे को ठंडक पहुंचेगी।
छपरा में प्रेमनाथ सिंह और रघुनंदन प्रसाद की मौत पर ग्रामीणों में आक्रोश है। लोगों ने भारत की तरफ से जवाबी कार्रवाई की मांग करते हुए कोपा स्टेशन पर हंगामा किया और ट्रेनों को रोक दिया। प्रेमनाथ सिंह के गांव के लोग केंद्र से शीघ्र पाक को जवाब देने, कोपा सम्हौता स्टेशन का नाम प्रेमनाथ सिंह के नाम पर करने और उसकी याद में एक स्टेडियम का निर्माण कराने की मांग कर रहे हैं।