main newsउत्तर प्रदेशभारत

मथुरा में जन्माष्टमी की तैयारी पूरी, उत्सव में डूबे श्रद्धालु

happy-janmastmiश्रीकृष्ण जन्मस्थान लाला के जन्मोत्सव के रंग में रंग गया। समूचे मंदिर परिसर में उल्लास है। चहुंओर जय कन्हैया लाल की…गूंज रहा है। मंदिरों में फूलों की सुगंध भक्तों को आनंदित कर रही है।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूर्व सध्या पर ठाकुर जी के दर्शन को पहुंचे भक्त जन्मस्थान के अद्भुत रूप को देख आनंदित हो उठे। हर तरफ भक्तों का रेला नजर आया। लंबी कतार में लगे भक्तों को दर्शन की अभिलाषा भावविहोर कर रही थी। भागवत भवन सहित केशवदेव मंदिर, गर्भगृह को फूलों से सजाया गया।

गाजे-बाजे के साथ ठाकुरजी को अर्पित की पोशाक
रात 9:30 बजे ठाकुर जी को जन्मोत्सव की पोशाक अर्पित की गई। रेशम और रत्न जड़ित यह पोशाक केशवदेव मंदिर से लेकर संस्था के सचिव कपिल शर्मा भक्तों के साथ निकले। इस दौरान संकीर्तन के साथ बजते ढोल नगाड़ों की धुन मंदिर परिसर में गूंजती रही।

यह पोशाक भागवत भवन में अर्पित की गई। इसे बुधवार को मंगला के दौरान प्रात: 5:30 धारण कर भगवान राधा-कृष्ण भक्तों को जन्मोत्सव के दर्शन देंगे।

फिल्टर्ड यमुना जल से होगा अभिषेक
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर रात ठाकुर जी के अभिषेक में पंचामृत से अभिषेक किया जाएगा। इसमें यमुना का जल भी शामिल होगा। गंगा जल के साथ यमुना के वर्तमान जल को फिल्टर कराया गया है, जिसका उपयोग जन्माष्टमी पर अभिषेक में किया जाएगा।

गले की शोभा बनेगा कंठहार 

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर ठाकुर जी के गले में नवरत्न जड़ित कंठहार उनके गले की शोभा बनेगा। बहुमूल्य दिव्य नगों का यह कंठहार भागवत भवन में भगवान कृष्ण मंगला आरती के दौरान ही धारण कर लेंगे।

जन्म के बाद वस्त्र धारण करेंगे चलविग्रह
भगवान श्रीकृष्ण के चल विग्रह जन्म के बाद पोशाक धारण करेंगे। इससे पूर्व उन्हें केशर, बूरा और चंदन में लिपटाकर रखा जाएगा। जन्म के बाद अभिषेक उपरांत ठाकुर जी को पोशाक धारण कराई जाएगी।

तैयार हो गए एक लाख लड्डू
श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर प्रसाद स्वरूप भक्तों को वितरित होने वाले एक लाख लड्डू तैयार हो चुके हैं। पिछले 12 दिन से इन्हें तैयार करने में कई दर्जन कारीगर लगे थे। यह कार्य जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर पूरा कर लिया गया। अब बुधवार को प्रात: आठ बजे से इनका वितरण श्रीकृष्ण जन्मस्थान में शुरू हो जाएगा।

पंचामृत की तैयारी पूरी

इस बार श्रीकृष्ण जन्मस्थान संस्थान ने पंचामृत की मात्रा पिछले वर्षों की अपेक्षा बहुत बढ़ा दी गई है। इनके लिए जन्मस्थान गोशाला, अनेक गोपालक, गोकुल-महावन-वृंदावन की गोशालाओं के साथ वेटरिनरी विश्वविद्यालय की गायों के दूध का उपयोग किया गया है।

NCR Khabar News Desk

एनसीआर खबर.कॉम दिल्ली एनसीआर का प्रतिष्ठित और नं.1 हिंदी समाचार वेब साइट है। एनसीआर खबर.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय,सुझाव और ख़बरें हमें mynews@ncrkhabar.com पर भेज सकते हैं या 09654531723 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं

Related Articles

Back to top button