
नोएडा में फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने लखनऊ जाकर समाजवादी पार्टी की सदस्यता ले ली । इसके बाद नोएडा की राजनीति में माहौल गरमा गया योगेंद्र शर्मा के करीबियों की मानें तो योगेंद्र शर्मा समाजवादी पार्टी से टिकट लेकर चुनाव लड़ सकते हैं । फोनरवा चुनावों में योगेंद्र शर्मा को भाजपा सांसद महेश शर्मा का करीबी माना जा रहा था । माना जाता है डॉ महेश शर्मा ने ही उनकी जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी ऐसे में योगेंद्र शर्मा का समाजवादी पार्टी में जाना भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है ।
स्थानीय संगठन को भी हैरानी
योगेंद्र शर्मा को टिकट के दावे से स्थानीय समाजवादी पार्टी संगठन में भी हैरानी हैं समाजवादी पार्टी के कई कार्यकर्ता यह कंफर्म करते हैं देखे गए कि यह घटना सही है या नहीं हालांकि समाजवादी पार्टी के ब्राह्मण चेहरों को महत्व देने की योजना के अंतर्गत योगेंद्र शर्मा का टिकट मजबूत माना जा रहा है । समाजवादी पार्टी अभी तक किसी भी तरीके से सोसाइटी हो के अंदर अपनी पहुंच नहीं बना पा रही थी ऐसे में योगेंद्र शर्मा का आरडब्लूए के जरिए भाजपा के फोटो में एक महत्वपूर्ण सेंध माना जा सकता है
भाजपा विधायक पंकज सिंह से नाराज है लोग
समाजवादी पार्टी का योगेंद्र शर्मा पर दांव लगाने का एक बड़ा कारण यह भी हो सकता है कि इस बार पहली बार भाजपा विधायक पंकज सिंह से शहरी वोटर नाराज है । लोगो के अनुसार पंकज सिंह किसी आम शहरी के लिए बहुत बड़े नेता हैं और उन तक अपनी समस्या को लेकर जाना बहुत मुश्किल है ऐसे में लगातार दबे स्वर में ही सही भाजपा में तमाम इस तरीके की मांग उठ रही हैं की विधायक ऐसा होना चाहिए जिसको आप सीधे कॉल कर सके जबकि नोएडा का सच यह है कि लोगों के पास पंकज सिंह का डायरेक्ट नंबर भी उपलब्ध नहीं है यहां तक कि पत्रकारों के पास उपलब्ध नंबर भी उनके पीए का है ।
नोएडा में ब्राह्मण, वैश्य और कायस्थ वोट है महत्वपूर्ण
नोएडा के शहरी वोटो में ब्राह्मण वैश्य और कायस्थ फोटो का बहुमत ज्यादा है लगभग डेढ़ लाख वैश्य वोटो के अलावा ब्राह्मण 110000 और कायस्थ 70000 है । ऐसे में अगर कोई भी पार्टी इन वोटो पर ध्यान दे तो यहां की लड़ाई महत्वपूर्ण हो जाती है