मैं तो खाने से पहले प्लेट मुंह पर मार देता: राज बब्बर

नई दिल्ली। खाने के बिल को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस नेताओं ने इस मुद्दे पर होटल मालिक को गलत बताते हुए पार्टी के कार्यकर्ताओं के कदम को सही ठहराया है। कांग्रेस प्रवक्ता राज बब्बर ने कहा कि ‘जो मैंने सुना है और जो टीवी पर देखने को मिला, उस बिल में सीधे कांग्रेस पार्टी को टारगेट किया गया है, उस बिल में 2जी जैसे घोटालों के बारे में लिखा गया है, ये जानबूझकर उकसाया जा रहा है, व्यवसायिक संस्थान चलाने वाले अगर पब्लिक को इस तरह के बिल दे रहे हैं तो मैं कांग्रेस मानसिकता की व्यक्ति हूं तो खाने जाऊंगा और खाने से पहले बिल देखकर मुंह पर प्लेट मार दूंगा, मुझे ये कहने में कोई ऐतराज नहीं है’।

दरअसल मुंबई में एक रेस्तरां मालिक को खाने के बिल में यूपीए की नीतियों की आलोचना करना महंगा पड़ा है। इस बिल के जरिये यूपीए सरकार पर निशाना साधा गया था। इसका विरोध करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस रेस्तरां को जबरन बंद करा दिया था। लेकिन रेस्तरां के मालिक ने विवादित बिल को हटा दिया है और रेस्तरां को दोबारा खोल दिया है।

गौरतलब है कि मुंबई के परेल स्थित अदिति रेस्तरां ने खाने के बिल में नीचे यूपीए सरकार में हुए घोटालों का जिक्र किया गया था। बिल में लिखा गया था, ‘यूपीए सरकार 2जी घोटाला, कोयला घोटाला के जरिये पैसे खा रही है जो जरूरत है जबकि एसी रेस्तरां में भोजन करना लग्जरी है।’ यह खबर फैली तो 30 से 35 की तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने होटल पर धावा बोल दिया और उसे जबरन बंद करा दिया। इस मामले पर सियासत पर शुरू हो गई है। गुजरात के सीएम और बीजेपी के चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर लिखा है, ये असहनशीलता की हद है। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादक प्रेम शुक्ला ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के इस कदम को फासीवाद बताया है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेसी चाहें तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी की तरफ देखने पर भी रोक लगा दें।’