देहरादून।। उत्तराखंड में बरपे कुदरत के कहर के बाद अपनी स्पेशल ‘रेस्क्यू टीम’ संग देहरादून पहुंचे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ‘रैंबो स्टाइल’ में दो दिन में करीब 15 हजार गुजराती श्रद्धालुओं को वहां से ले गए। उत्तराखंड में इन दो दिनों में मोदी अपनी खास वर्किंग स्टाइल से कांग्रेस की विजय बहुगुणा सरकार और आपदा में लगे प्रदेश के अधिकारियों को चिढ़ा गए। हालांकि कांग्रेस ने मोदी पर यह कहते हुए निशाना साधा है कि उन्हें मोदी का मॉडल सिर्फ गुजरातियों के लिए काम करता है। उन्हें सिर्फ गुजरातियों की ही फिक्र थी, जबकि कई प्रदेशों के लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं।
मोदी शुक्रवार रात अचानक देहरादून पहुंचे थे। मोदी अपने साथ अपनी एक पूरी रेस्क्यू टीम लेकर आए थे। इसमें 5 आईएएस , 1 आईपीएस, 1 आईएफएस और दो गुजरात प्रशासनिक सेवा के आला अधिकारी थे। इसके अलावा दो डीएसपी और 5 पुलिस इंस्पेक्टर भी उनकी टीम का हिस्सा थे। देहरादून पहुंचते ही मोदी ने सबसे पहले जौली ग्रांट एयरपोर्ट पर इंतजार में बैठे 134 गुजराती तीर्थ यात्रियों को अपने चार्टर्ड प्लेन से अहमदाबाद रवाना किया।
इसके बाद वह करीब 1 बजे तक अपने टीम के साथ मीटिंग करते रहे। बाढ़ से प्रभावित गुजरात के यात्रियों को देहरादून तक पहुंचाने के लिए 80 इनोवा लगाई गई थीं। इसके अलावा चार बोइंग का भी इंतजाम था। शनिवार को 25 लग्जरी बसों से कई यात्रियों को दिल्ली रवाना किया गया। यह सबकुछ दिल्ली और देहरादून में तैनात दो सीनियर आईएएस अधिकारियों की देखरेख में हो रहा था। इसके अलावा हरिद्वार में भी एक मेडिकल टीम तैनात की गई थी। बताया जाता है कि टिहरी में लोगों के सड़क जाम करने के कारण एक गुजराती श्रद्धालु की कार वहां फंस गई थी। मोदी की टीम के आईएएस अधिकारी ने तुरंत उसे वहां से निकलवाया।
यही नहीं गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने जब दोपहर प्रदेश सरकार के राहत अभियान में तालमेल की कमी पर नाराजगी जाहिर की, तो शाम को मोदी ने केदारनाथ के मंदिर के पुनर्निमाण इच्छा जाहिर कह बहुगुणा के जले पर नमक छिड़क दिया। मोदी ने बहुगुणा से मुलाकात में कहा कि वह केदारनाथ के मंदिर का आधुनिक तरीके से पुनर्निर्माण का जिम्मा लेने को तैयार हैं। मंदिर को ऐसा बनाया जाएगा कि कोई आपदा उसे हिला नहीं पाएगी।
उधर, उत्तराखंड बीजेपी के नेता मोदी के इस स्टाइल से बेहद प्रभावित हैं। वह उनकी तारीफों के पुल बांध रहे हैं। बीजेपी नेता अनिल बलूनी ने कहा, ‘उन्होंने जो कुछ भी कहा वह शानदार था। अगर किसी को यह पसंद नहीं आ रहा है तो क्या किया जा सकता है।’