एक बेहद खतरनाक मंदी के दौर से गुजर रहे है हम और अगर चेते नही तो भारत जल्दी ही ग्रीस और स्पेन बन जायेगा.
वैसे मै ये खबर वित् मंत्रालय के एक बड़े अधिकारी के मार्फ़त दे रहा हूँ लेकिन तकनीकी पहलुओं में ना जाकर संशेप में कुछ तथ्य रख रहा हूँ.
मौजूदा समय में राजमा और अन्य दाले बर्मा से, सारी लकड़ी मलेशिया, कनाडा और न्यू ज़ीलैण्ड से,…. स्टेशनरी, हार्डवेयर और कंजूमर्स आईटम चीन से इम्पोर्ट हो रहे हैं. हमारे देश में हार्डवेयर के सस्ते आईटम्ज़ जैसे चिटकनी, हैण्डल, स्क्रू, कीलें और कब्ज़े भी बन ना बंद हो रहे हैं क्यूंकि चीन और भी सस्ते दाम में ये सब निर्यात कर रहा है. हमारे देश में अब स्कूली बच्चों के लिए रबड , पेंसिल और स्केल भी नहीं बन रहे है. प्लास्टिक की पानी वाली बोतले भी आयात हो रही हैं. यही नहीं खेती के लिए बीज, खाद और कीटनाशक भी आयात हो रहा है. इसके ऊपर सोने और तेल के इम्पोर्ट ने हालात पहले से बदतर कर रखे हैं.
रिपोर्ट ये भी है कि बड़ी मात्रा में काली कमाई का पैसा नेता, नौकरशाह और उद्योगपति विदेश ले जा रहे हैं.
इन सबका असर ये है की रूपए की कीमत इतिहास में अब सबसे नीचे जा पहुँची है. कुल मिलाकर अपनी भारत मा जल्द निर्वस्त्र होने वाली हैं.
मित्रों इस चीर हरण को रोकिये . कुछ करिये.
एक हाथ में जाम और एक हाथ लड़की की कमर पर …और सामने मेज पर दो नंबर के पैसों की गड्डी ….इसी भूमिका में हमने पिछले कुछ दशको में फ़िल्मी खलनायकों को देखा..परदे पर ऐसा करते प्रेम चोपड़ा , रंजित, जीवन, शक्ति कपूर को देखा ….और आज परदे के बाहर ..रियल लाईफ में कुछ मंत्रियों नातों के बारे में ऐसा ही सुन रहा हूँ….धिक्कार है इस देश को ..और धिक्कार है इस देश के नपुंसक जवानो और पत्राकारों को जिनके रहते ये सब हो रहा है…इन चश्मदीदों में मै भी हूँ.
Deepak Sharma (आज तक )फेसबुक वाल से