नई दिल्ली ।। अगर लोकसभा चुनाव आज की तारीख में हुए तो कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ेगा। बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। यह बात एबीपी न्यूज- नीलसन सर्वे की रिपोर्ट में कही गई है। सर्वे में यूपीए की सीटें आधी होती दिख रही हैं।
रविवार को हिंदी न्यूज चैनल एबीपी न्यूज ने सर्वे रिपोर्ट का पहला भाग प्रसारित किया। सर्वे का दूसरा भाग सोमवार को प्रसारित किया जाएगा। मंगलवार को यूपीए 2 सरकार चार साल पूरे कर रही है। इस मौके पर समाचार चैनल ने अपनी यह सर्वे रिपोर्ट पेश की जिसमें अलग-अलग राज्यों में मतदाताओं के मूड को समझने की कोशिश की गई। 1 से 10 मई के बीच किए गए इस सर्वे में 21 राज्यों की 152 लोकसभा सीटों में 33408 से लोगों से बात की गई है।
रविवार को दिल्ली, महाराष्ट्र, बिहार और उत्तर प्रदेश के जिन 175 सीटों को कवर किया गया उनमें 2009 के चुनावों में यूपीए को 60 सीटें मिली थीं। सर्वे में वे सीटें घटकर 32 पर पहुंच गई हैं। इसके विपरीत इन राज्यों में एनडीए की सीटें 62 से बढ़कर 91 पर पहुंच गई हैं। साफ है कि अगर इस सर्वे पर भरोसा किया जाए तो एनडीए को काफी बढ़त मिल रही है जबकि यूपीए की दुर्गति होने वाली है।दिल्ली में कांग्रेस का बुरा हाल
सर्वे की रिपोर्ट का भरोसा किया जाए तो दिल्ली में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगने वाला है। 2009 के चुनावों में कांग्रेस ने दिल्ली की 7 संसदीय सीटों में से 7 पर कब्जा कर लिया था। बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिली थी। मगर, सर्वे के मुताबिक अगर आज चुनाव हुए तो बीजेपी को 5 सीटें मिलेंगी जबकि कांग्रेस 2 सीटों तक सिमट जाएगी। आम आदमी पार्टी को सर्वे के मुताबिक कोई संसदीय सीट दिल्ली में नहीं मिलेगी।
महाराष्ट्र में बीजेपी को फायदा
48 लोकसभा सीटों वाले राज्य महाराष्ट्र में भी कांग्रेस-एनसीपी को नुकसान होता दिख रहा है। फिलहाल कांग्रेस-एनसीपी के पास 25 सांसद हैं। सर्वे के मुताबिक इस गठबंधन के सांसदों की संख्या घटकर 16 पर आ जाएगी जिनमें 12 सांसद कांग्रेस के होंगे और 4 एनसीपी के। सर्वे के मुताबिक बीजेपी शिवसेना गठबंधन फायदे में रहेगी। फिलहाल, बीजेपी शिवसेना गठबंधन के पास 20 सीटें हैं। सर्वे ने बीजेपी को 17 सीटें दी हैं और शिवसेना को 12 सीटें। सर्वे के मुताबिक राज ठाकरे की एमएनएस को एक सीट मिलेगी।
यूपी में कांग्रेस को झटका
80 लोकसभा सीटों वाले यूपी में भी सर्वे के मुताबिक कांग्रेस को काफी बड़ी निराशा हाथ लगने वाली है। 2009 में कांग्रेस ने 22 सीटें जीती थीं। इनमें भारी कमी आएगी। कांग्रेस की सीटें 6 तक आ जाएगी। समाजवादी पार्टी अपनी मौजूदा स्थिति बरकरार रखते हुए 24 सीटें जीतेगी जबकि बीएसपी के सांसदों की संख्या 21 रहेगी। बीजेपी की सीट संख्या में थोड़ी बढ़ोतरी होगी। वह 10 से बढ़ कर 23 पर पहुंच जाएगी। 5 सीटें आरएलडी को मिलेंगी।
बिहार में नतीजे गठबंधन की स्थिति पर निर्भर
बिहार में 40 लोकसभा सीटें हैं। सर्वे के मुताबिक यहां भी अगर बीजेपी-जेडी (यू) गठबंधन बना रहता है तो दोनों दल साथ मिलकर चुनाव लड़ते हैं तो सीटों की संख्या और बढ़ा सकते हैं। फिलहाल बीजेपी जेडी (यू) के पास 32 सीटें हैं ये सीटें बढ़कर 34 हो जाएंगी। सर्वे के मुताबिक जेडी (यू) अपनी सीटें 20 से बढ़ाकर 24 कर लेगी, लेकिन बीजेपी को नुकसान होगा। उसकी सीटें 12 से घटकर 10 हो जाएंगी। हालांकि दोनों को मिलाकर 40 में से 34 सीटें एनडीए की झोली में होंगी।
कांग्रेस और आरजेडी को मौजूदा समीकरणों के तहत यहां मायूसी मिलेगी। कांग्रेस को 3 और आरजेडी को 2 सीटों पर ही संतोष करना पड़ेगा। लेकिन, अगर समीकरण बदल गए और जेडी (यू) तथा बीजेपी गठबंधन टूट गया तो नतीजे बदल सकते हैं। सर्वे कहता है कि अगर बीजेपी – जेडी (यू) अलग लड़ीं और कांग्रेस आरजेडी साथ आ जाएं तो इस गंठबंधन को 18 सीटें मिल सकती हैं।